गाजियाबाद जिले की लोनी सीट से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने हाथरस की घटना पर राज्यपाल को पत्र लिख उत्तर प्रदेश के डीजीपी, डीएम और एसएसपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि अधिकारियों और विपक्षी नेताओं का सिंडिकेट योगी सरकार की छवि धूमिल करने का षड़यंत्र कर रहा है.
भाजपा विधायक ने अपने पत्र में लिखा है, ”देश में आजादी के बाद यह पहली घटना होगी जिसमें पुलिस प्रशासन ने शीर्ष अधिकारियों के इशारे पर एक कथित दुष्कर्म और वीभत्स तरीके हत्या के मामले में परिवार को भरोसे में लिए बिना, पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया. हाथरस के जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने परिजनों से उनकी बेटी की अर्थी को कंधा देने और मुखाग्नि देने का अधिकार तक छीन लिया.”
भाजपा विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार सनातन धर्म के सभी लोगों के रीति-रिवाज को मानने वाली है. हाथरस में हुई घटना को लेकर उत्त रप्रदेश के डीजीपी, हाथरस के डीएम और एसएसपी पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज हो. गौरतलब है कि विधायक नंदकिशोर गुर्जर इससे पहले भी कई बार अधिकारियों पर निशाना साध चुके हैं. उन्होंने कई बार सीएम योगी से भी शिकायत की है कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनते. वह अपनी मांगों को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं.
आपको बता दें कि हाथरस की घटना में पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस-प्रशासन ने बिना उनकी अनुमति के रात के अंधेरे में उनकी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया. परिजनों का कहना है कि पुलिस ने पीड़िता के शव को अंतिम बार उसके पैतृक घर ले जाने नहीं दिया. परिजन अंतिम संस्कार के लिए सुबह का इंतजार कर रहे थे, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने जबरदस्ती रात के अंधेरे में ही शव को बिना रीति-रिवाजों का पालन किए जला दिया.