हाथरस गैंगरेप पीड़िता (Hathras gang rape victim death) की मौत ने एक बार फिर कानून व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं. पीड़िता की मौत पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. एक तरफ इस खबर से जहां लोग काफी दुखी हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस मसले पर राजनीति भी तेज हो गई है. दरअसल इलाज के दौरान आज गैंगरेप पीड़िता दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में अपनी जिंदगी से जंग हार गई. इसी के बाद से लोग सोशल मीडिया के जरिए अपनी जमकर भड़ास निकाल रहे हैं. इस बीच विपक्ष भी लगातार सोशल मीडिया के जरिए योगी सरकार (Yogi Government) के खिलाफ हमला बोल रहा है. उत्तर प्रदेश में दिन-ब-दिन बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर सवालों की बौछार कर रहा है.
इस खबर के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीने, पीएल पुनिया, एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी अध्यक्ष मायावती समेत कई नेताओं ने ट्वीट के जरिए मौजूदा सरकार पर निशाना साधा है. इसके साथ ही हाथरस की बेटी की मौत पर दुख भी जाहिर किया है. इस घटना पर ट्वीट करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा है कि, यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है. महिलाओं की सुरक्षा का नामो निशान नहीं है. अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं. इस ट्वीट के साथ प्रियंका ने योगी सरकार को टैग करते हुए लिखा है कि, यूपी की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं.इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस घटना को लेकर एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने पीड़िता के लिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है और साथ ही लिखा है कि, यूपी में जंगल राज है और यूपी की कानून-व्यवस्था लाचार है. इतना ही नहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भी सुप्रिया ने योगी सरकार पर करारा हमला बोला है.
दलितों के साथ अत्याचार ही भाजपा की पहचान
इतना ही नहीं गैंगरेप पीड़िता की मौत पर कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने भी दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए भाजपा पर निशाना भी साधा है. पुनिया ने ट्वीट में लिखा है कि, भाजपा सरकार की पहचान दलितों के साथ अन्याय, अत्याचार, दुराचार, बलात्कार और अपहरण है.
तो वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस घटना पर ट्वीट कर हाथरस की बेटी की मौत पर संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने योगी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए ट्वीट में लिखा है कि, आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची.
इसके अलावा बहुजन समाजवादी पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी ट्वीट के जरिए गैंगरेप पीड़िता की मौत पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि, यूपी के हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति-दुःखद.
सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह माँग.इसके आगे एक और ट्वीट करते हुए मायावती ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है कि, यूपी सरकार की अनन्त घोषणाओं व निर्देशों आदि के बावजूद दलितों व महिलाओं पर अन्याय-अत्याचार, बलात्कार व हत्या आदि की घटनाएं नहीं रूक रही हैं तो इससे सरकार की नीयत पर सवाल उठना स्वाभाविक है. खासकर छात्राओं का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है तो ऐसी कानून-व्यवस्था किस काम की?
गौरतलब है कि 14 सितंबर की घटना है जब हाथरस के एक गांव में एक दलित लड़की के साथ चार हैवानों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था. यहां तक कि इसका विरोध करने पर हैवानों ने पीड़िता के साथ मारपीट की, फिर मन नहीं भरा तो उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी, यहां तक कि उसकी जीभ भी काट दी थी. जिसके बाद पीड़िता का इलाज अलीगढ़ अस्पताल में किया जा रहा था. लेकिन कंडीशन खराब देखते हुए उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर किया गया था. लेकिन आज इलाज के समय पीड़िता की मौत हो गई.