महीनों से राजस्थान में चली आ रही सियासी कलह (Rajasthan political Crisis) पर अब धीरे-धीरे विराम लगता दिख रहा है. दरअसल बागी विधायक सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की है. जिसके बाद से ही लोगों के बीच ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अब गहलोत (Gehlot) की सरकार में सब कुछ सामान्य हो सकता है. दरअसल राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट पहली बार मीडिया से भी मुखातिब हुए. इस दौरान गहलोत के साथ चल रहे अपने विवाद का जवाब देते हुए सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी के लिए जिन लोगों ने इतनी मेहनत की है उसका सरकार में योगदान जरूरी है. पायलट ने कहा कि ये लड़ाई किसी पद के लिए नहीं थी बल्कि आत्मसम्मान के लिए थी. यदि पार्टी पद पर बिठाती है तो पार्टी पद से उठा भी सकती है. लेकिन जो वादे करने के बाद सत्ता में आए थे, उसे पूरा करेंगे.
आगे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) से हुई मुलाकात पर बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि मैंने अपने सभी मुद्दों को बेबाकी के साथ उनके सामने रखा. साथ ही इस बात की मुझे काफी खुशी है कि कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने बताया कि हमने अपने साथी विधायकों से जुड़े मसलों को भी उनके सामने रखा. जिसके बाद मुझे इस बात का आश्वासन दिया गया कि तीन सदस्यीय कमेटी जल्द ही इन सभी मसलों का समाधान करेगी. ये सैद्धांतिक मुद्दे थे.
सचिन पायलट ने अपने बयान में ये भी कहा कि मुझे पद पाने की कोई लालसा नहीं है, लेकिन मैं ये जरूर चाहता था कि जिस मान-सम्मान-स्वाभिमान की हम बात करते हैं वो बनी रहे. क्योंकि हमारी यही कोशिश रही है कि जिस ईमानदारी और मेहनत के साथ सरकार का निर्माण हुआ है उन सभी लोगों की हिस्सेदारी, भागेदारी सही तरीके से सुनिश्चित की जाए. मुझे यकीन है कि मेरी शिकायत का समाधान होगा.
बताया जा रहा है कि राजस्थान में काफी दिनों से चल रही कलह के बाद राहुल गांधी और प्रियंका की डायरेक्ट एंट्री हो गई है. बीती रात सचिन पायलट भी अपने सभी समर्थक विधायकों के साथ राहुल गांधी के दफ्तर पहुंचे. ये मीटिंग कांग्रेस वार रूम 15-जीआरजी में की गई थी. जिसमें राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी शामिल होने पहुंची थीं. हालांकि रात की मीटिंग से पहले पायलट सोमवार को दिन में भी राहुल और प्रियंका से मुलाकात किए थे. फिलहाल खबर है कि सचिन की ओर से जो शिकायत की गई है उसकी जांच को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया गया है.