महामारी के इस दौर में इस वक्त की बड़ी खबर उत्तर प्रदेश कैबिनेट से सामने आ रही है। खबर है कि उत्तर प्रदेश कैनिबेट में मंत्री रही कमला रानी वरूण का निधन हो गया। वे गत 18 जुलाई को ही कोरोना से संक्रमित पाई गईं थीं। उनका राजधानी लखनऊ के पीआईजी अस्पताल में उपचार चल रहा था, मगर अफसोस वे कोरोना से जंग हार गईं और हम सबको हमेशा के लिए अलविदा कहकर चली गईं। कमला रानी उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट में टेक्निकल एजुकेशन मंत्री थीं। कमला रानी अपने वशिष्ठ कार्यशैली के लिए समस्त प्रदेश में विख्यात थीं। पार्टी के प्रति उनकी लगन को देखते हुए उन्हें 2019 में केंद्रीय मंत्री का दर्जा दिया गया था
ऐसा रहा सियासी सफर
कमला रानी का जन्म 3 मई 1958 को हुआ था। कमला रानी वरुण की शादी एलआईसी में प्रशासनिक अधिकारी किशन लाल वरुण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिबद्ध स्वयंसेवक से हुई थी। वर्ष 1998 में कमला रानी को बीजेपी ने द्वारिकापुरी वार्ड से कानपुर पार्षद का टिकट दिया था। इसके बाद इस सीट पर हुए चुनाव मे उन्होंने जीत दर्ज की, जिसके बाद पार्टी का विश्वास उनपर बढ़ा। बीजेपी ने 1996 में उन्हें घाटमपुर (सुरक्षित) संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। अप्रत्याशित जीत हासिल कर लोकसभा पहुंची कमला रानी ने 1998 में भी उसी सीट से दोबारा जीत दर्ज की। कमला रानी का सियासी जीवन भी बड़ा ही दिलचस्प रहा है। इससे पहले उनके पति का 2015 में निधन हो गया था। गौरतलब है कि अभी पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर बरप रहा है। इस कहर की चपेट में आने से न जाने कितने ही लोग अपनी जान से हाथ धो रहे हैं।