अयोध्या. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमि पूजन (Foundation Stone) में शामिल हो सकते हैं. हालांकि अभी तक उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को अयोध्या आने का कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है. सूत्रों के मुताबिक न्योता मिलने के बाद ही वो आने का कोई फैसला करेंगे. शिवसेना सूत्रों की मानें तो सोमवार दोपहर या शाम तक अयोध्या जाने पर सहमति बन सकती है. बता दें कि 5 अगस्त को होने वाले इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे.
एक साल में दो बार अयोध्या का दौरा
बता दें पिछले साल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे ने अयोध्या का दौरा किया था. उद्धव के अयोध्या दौरे के समय उनकी पत्नी और बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद इस साल मार्च में भी ठाकरे अयोध्या गए थे. जहां उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये देने का ऐलान किया था. ठाकरे को इसलिए भी न्योता भेजा जा रहा है कि क्योंकि उनके पिता बाल ठाकरे भी अयोध्या आंदोलन से तीन दशक तक जुड़े रहे थे.
300 से ज्यादा मेहमान
कहा जा रहा है कि इस भव्य कार्यक्रम के लिए करीब 300 लोगों को निमंत्रण भेजा जाएगा, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के नाम भी शामिल हैं. इसके अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस बेहद खास कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस लिस्ट में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम भी शामिल है.
भूमि पूजन का कार्यक्रम
अयोध्या में पुजारियों ने राम जन्मभूमि स्थल पर 3 अगस्त से शुरू होने वाले तीन दिवसीय वैदिक अनुष्ठानों के साथ समारोह के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है. 4 अगस्त को रामचर्य ‘पूजा’ और 5 अगस्त को ‘भूमि पूजन’ होगा. जो दोपहर 12:15 बजे के आसपास आयोजित किया जाएगा.
गर्भगृह में लगेंगी चांदी की ईंटें
भूमि पूजन समारोह के दौरान गर्भगृह में चांदी की पांच ईंटें भी लगाई जाएंगी. कहा जा रहा है कि इनमें से पहली ईंट पीएम मोदी रखेंगे. पांच ईंटों को हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार पांच ग्रहों का प्रतीक माना जाता है. मंदिर का डिज़ाइन और वास्तुकला विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा प्रस्तावित आधार पर रखा गया है. मंदिर का डिजाइन विष्णु मंदिर की नगर शैली का होगा. जबकि ‘गर्भगृह’ अष्टकोणीय होगा.
हालांकि पहले के मॉडल की तुलना में, लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई बढ़ा दी गई है. इसके अलावा अब 3 के बजाय पांच गुंबद होंगे. मंदिर का कुल क्षेत्रफल 76,000 से 84,000 वर्ग फुट के बीच होगा. पहले, ये लगभग 38,000 वर्ग फुट होने का अनुमान था.