अमरीका के नए चुने गए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा गैर कानूनी तौर पर अमरीका में रहने वालों विरुद्ध की जा रही कार्रवाई के अंतर्गत 205 एन.आर.आई. को अमृतसर के श्री गुरु रामदास अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतारा गया। अमरीका से डिपोर्ट होकर आए भारतियों में जिला फतेहगढ़ साहिब की तहसील अमलोह के खन्ना-अमलोह सड़क पर पड़ते गांव काहनपुरा का जसविन्दर सिंह पुत्र जीत सिंह भी शामिल है, जो कि अभी हॉल ही 15 जनवरी को डौंकी लगा कर अमरीका में दाखिल हुआ था।
लाखों रुपए खर्च कर अमरीका पहुंचे जसविन्दर सिंह को नए चुने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सख्त फैसले का प्रकोप सहना पड़ा है। गांव काहनपुरा के डिपोर्ट होकर वापस आए जसविन्दर सिंह के पिता जीत सिंह ने बताया कि अभी 15 जनवरी को ही उनका लड़का जसविन्दर सिंह अमरीका पहुंचा था, जिसको भेजने के लिए उनका करीब 50 लाख रुपए खर्चा आया था। उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से 50 लाख रुपए ब्याज पर लिए गए थे। उसके पुत्र के वापस आने से उनको बहुत बड़ी वित्तीय मुश्किलों का सामना भी करना पड़ेगा। जिक्रयोग है कि पंजाब के अमृतसर हवाई अड्डे पर सुरक्षा प्रबंध उस समय बढ़ा दिए गए जब दोपहर 2 बजे के करीब एक अमरीकी फौजी जहाज को रनवै पर उतरते देखा गया। 104 गैर-कानूनी एन.आर.आई भारतियों के पहले जत्थे को लेकर एक अमरीकी फोजी जहाज़ आज दोपहर अमृतसर पहुंचा। इस जहाज़ में 30 लोग हरियाणा के, 30 गुजरात व 30 पंजाब से थे।
उधर, पंजाब के अप्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल भी श्री गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के एविएशन क्लब में डिपोर्ट होने के बाद भारत आए लोगों को मिले और उनके साथ बातचीत की। उन्होंने अमरीका की तरफ से भारतियों को देश निकाला देने के फ़ैसले पर निराशा प्रकट करते कहा कि उन्होंने अमरीकी अर्थवयव्स्था में योगदान पाया है और उनको देश निकाला दिए जाने की बजाय स्थाई निवास दिया जाना चाहिए था।