गगनयान मिशन की तैयारी कर रहे इसरो ने एक और उपलब्धि हासिल की है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने शुक्रवार को घोषणा की कि पहले मोटर सेगमेंट को प्रक्षेपण परिसर में पहुंचाया गया है। इससे पहले इसरो ने अंतरिक्षयात्रियों को समुद्र के रास्ते सुरक्षित वापस लाने के लिए नौसेना के साथ मिलकर छह दिसंबर को ‘वेल डेक’ रिकवरी परीक्षण किया था।
‘वेल डेक’ ऐसे जहाज को कहते हैं जिसमें पानी भरा जा सकता है ताकि नावों, अंतरिक्षयान को जहाज के भीतर ले जाया जा सके।इसरो ने एक्स पर पोस्ट किया, भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान के सपने आकार ले रहे हैं! गगनयान मिशन के लिए मील का पत्थर! पहले सालिड मोटर सेगमेंट को उत्पादन संयंत्र से लांचिंग परिसर में पहुंचाया गया है।
गगनयान देश का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन
यह एचएलवीएम3 जी1 उड़ान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। गगनयान देश का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है। इसके तहत तीन अंतरिक्षयात्रियों को तीन दिवसीय मिशन के लिए 400 किमी की कक्षा में भेजा जाएगा और उन्हें भारतीय समुद्री क्षेत्र में उतारा जाएगा। मिशन के जरिये भारत अंतरिक्षयात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने और उन्हें पृथ्वी पर वापस लाने की क्षमता प्रदर्शित करेगा।
इसरो ने किया सीई 20 क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण
इसरो के सीई20 क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण किया गया है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने गुरुवार को कहा, इसरो ने 29 नवंबर को इसरो प्रोपल्शन कांप्लेक्स, महेंद्रगिरि, तमिलनाडु में सीई20 क्रायोजेनिक इंजन का समुद्र स्तर पर हाट टेस्ट किया है। यह सफलता भविष्य के मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। परीक्षण के दौरान, इंजन का प्रदर्शन सामान्य था। इंजन ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन किया।