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अयोध्या में भव्य दीपोत्सव: 25 लाख दीयों से जगमग हुई राम नगरी, बना गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर में दीप जलाकर इस उत्सव का शुभारंभ किया। इस दौरान सरयू नदी के दोनों किनारों पर 2512585 दीप जलाए गए, जिससे एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना गया।

चूंकि इतना बड़ा आयोजन था तो देश विदेश के लोग भी इसे देखने के लिए पहुंचे थे। खुद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारी भी इस आयोजन को देखने पहुंचे और जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद इस आयोजन को वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल कर लिया।अयोध्या प्रशासन के मुताबिक अयोध्या के दीपोत्सव को दिव्य और भव्य बनाने के लिए केवल सरयू के 55 घाटों को ही नहीं, बल्कि 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर को भी फूल माला, तोरण द्वारा और दीयों से सजाया गया था।

दीपोत्सव के दौरान भगवान राम, सीता और लक्ष्मण पुष्पक विमान (हेलीकॉप्टर) से आए। योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इसके बाद राम दरबार रथ पर सवार होकर रामकथा पार्क पहुंचा, जहां योगी ने राम की आरती उतारी और राज तिलक किया।

अयोध्या में भव्य दीपोत्सव, 28 लाख दीयों से जगमग हुई राम नगरी; नया गिनीज रिकॉर्ड भी बना

सरयू नदी के 55 घाटों पर भी दीप जलाए गए। हजारों लोगों ने इस भव्य दृश्य को अपने कैमरों में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया।
यह दीपोत्सव रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला दीपोत्सव है। यह उत्सव अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आठवें दीपोत्सव के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या एक नया इतिहास रच रहा है। यह वर्ष अयोध्या के लिए अद्भुत, अनुपम, अलौकिक है, जब इस वर्ष 500 वर्षों का इंतजार समाप्त करके एक बार फिर रामलला अपने धाम में विराजमान होकर दुनिया के सभी पीड़ितों को ये संदेश दे गए कि कभी भी अपने पथ से विचलित नहीं होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या एक नया इतिहास रच रहा है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरी दुनिया ने हमारी संस्कृति को जाना है। सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है, जिसने सभी को अपने सीने से लगाया। यह धर्म किसी से नफरत नहीं करता है।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या एक नया इतिहास रच रहा : मुख्यमंत्री योगी

उन्होंने कहा कि आज हमारे पास यह अवसर है, उन सभी आत्माओं को स्मरण करने का, जिनका पूरा जीवन राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित था। मैं इस अवसर पर उन सभी पूज्य संतों को नमन करता हूं, जो 3.5 लाख की संख्या में अपनी शहादत देकर एक ही तमन्ना के साथ इस धरा से अलविदा हो गए कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। उनका संकल्प पूरा हुआ। रामलला के विराजमान होने के बाद ये दीपोत्सव का पहला अवसर है। इससे पहले हम लोग बोलते थे और जो हमने कहा वो करके भी दिखाया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिस तरह की भव्यता आज अयोध्या में है, वैसी ही भव्यता काशी और मथुरा में हो। देश की हर धार्मिक नगरी में उत्सव जैसा माहौल हो। हम भेदभाव नहीं करते। हम भाषा, जाति और मजहब के नाम पर भेदभाव नहीं करते। राजा राम के गद्दी पर बैठने के बाद जो हुआ था, वही कर रहे हैं। आज उसी तर्ज पर श्रेष्ठ भारत जन्मा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां पहले राम के नाम पर प्रश्न खड़ा करती थी। अब पूरी दुनिया राम को मान रही है।