पेरिस ओलंपिक (Paris Olympic) में दो मेडल जीतने के बाद आज तीसरे मेडल के लिए निशाना लगा रही मनु भाकर महज एक कमजोर शॉट से चूक गई. हार कर भी मनु ने इतिहास रच दिया और देशवासियों का दिल जीत लिया. आज मनु से गोल्ड मेडल की उम्मीदें थीं, लेकिन जब आखिरी 4 शूटर बचे थे तब मनु ने एक कमजोर शॉट के कारण यह इवेंट चौथे नंबर पर खत्म किया.
ऐसा रहा मनु का खेल
भारत की तरफ से मनु भाकर ने 25 मीटर पिस्टल में काफी अच्छी शुरुआत की. पहली सीरीज में पांच में से दो शॉट 10.2 ऊपर से मारे. उसके बाद, दूसरी सीरीज में 5 में से चार शॉट सटीक मारे और चौथे स्थान पर पहुंच गई. तीसरी सीरीज में 10.2 से ऊपर 4 शॉट लगाने के बाद वह चौथे से दूसरे स्थान पर पहुंच गई. छठी सीरीज के बाद वह दूसरे स्थान पर काबिज थी.
चौथे स्थान पर रही मनु
जहां 4 शूटर एलिमिनेट हो चुके थी, मनु भाकर सहित चार शूटर अभी भी खेल में बने हुए थे. तभी एक कमजोर शॉर्ट पड़ गया, जिसके कारण उनके और हंगरी की वेरोनिका मेजर के बीच तीसरे स्थान के लिए शूटआउट हुआ, जिसमें मनु भाकर का कमजोर शॉट उन्हें मेडल राउंड से दूर कर गया. इस तरह मनु चौथे स्थान पर रह गई.
ओलिंपिक में जीते 2 मेडल्स
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में दो मेडल के साथ अपना यह अभियान खत्म किया. इसके साथ ही, वह अब तक ओलंपिक के इतिहास में सबसे कामयाब भारतीय खिलाड़ी के रूप में अपना नाम दर्ज करवा गई. 28 जुलाई को 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद 30 जुलाई को सरबजोत सिंह के साथ मिक्स्ड टीम इवेंट में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता.