पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज यहां कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर युद्ध स्मारक पर कारगिल युद्ध के महान योद्धाओं को श्रद्धा के फूल अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
गौरतलब है कि कारगिल युद्ध (ऑपरेशन विजय) मई से जुलाई 1999 तक जम्मू-कश्मीर के कारगिल सेक्टर में हुआ था। भारत की सशस्त्र सेनाओं के बहादुर जवानों ने अपनी जानें कुर्बान कर इस युद्ध को जीता और देश की सीमाओं से दुश्मन सैनिकों को बाहर निकालकर देश की एकता और अखंडता की रक्षा की। इस युद्ध के दौरान पंजाब के 65 बहादुर सपूतों ने देश के लिए अपनी कुर्बानियां दी। हमारे शहीदों की कुर्बानियों का सम्मान करने के लिए हर साल 26 जुलाई को देश भर में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।
इस संबंध में चंडीगढ़ के अलावा गुरदासपुर, बठिंडा, होशियारपुर और लुधियाना जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां वीर नारियों, वीरता पुरस्कार विजेताओं और कारगिल ऑपरेशन के दिव्यांग सैनिकों को राजनीतिक शख्सियतों और जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पंजाब के शहीदों और पूर्व सैनिकों के परिवारों की भलाई और पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि पूर्व सैनिकों/विधवाओं के सभी प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी दी जा रही है और राज्य सरकार उनकी भलाई के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने पूर्व सैनिकों, एनसीसी कैडेट्स और माई भागो आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट और महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों से भी बातचीत की।