लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित होने के बाद ‘हरियाणा बनाओ’ अभियान फिर से सक्रिय भूमिका में आ गया है. विधानसभा चुनाव में हरियाणा के लिए नई राजधानी और अलग हाईकोर्ट को मुद्दा बनाने के लिए राज्य के दसों नवनिर्वाचित सांसदों को मांगपत्र सौंपा जाएगा.
लंबित मांगों के अभियान को मिलेगी रफ्तार
21 जून को राज्यस्तरीय बैठक बुलाई गई है जिसमें जन अभियान को लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी. हरियाणा बनाओ अभियान की कल हुई मीटिंग में संयोजक रणधीर सिंह बधरान ने बताया कि इससे पहले भी सभी सांसदों, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को मांगपत्र भेजे गए थे और अब फिर से लंबित मांगों को पूरा करने के अभियान को रफ्तार दी जाएगी.
नशे का बढ़ रहा प्रचलन
रणधीर सिंह बधरान ने बताया कि आज हरियाणा में बेरोज़गारी की समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी हैं. निराश और हताश युवा पीढ़ी नशे और जुर्म की दलदल में धंसते चले जा रहे हैं. आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं या फिर गैरकानूनी तरीके से विदेशों में पलायन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इसके लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने होंगे और इसमें राज्य की नई राजधानी का निर्माण इस समस्या के समाधान में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है. उचित स्थान पर आधुनिक राजधानी के निर्माण से राज्य के अविकसित क्षेत्रों के विकास को नई रफ्तार प्रदान होगी और सूबे में विकास का पहिया और अधिक तेजी से घूमेगा.