लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के पांचवें चरण में होने वाले अमेठी (Amethi) और सातवें चरण में होने वाले वाराणसी और महराजगंज (Varanasi and Maharajganj) लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में उतरे कांग्रेस प्रत्याशियों (congress candidates) के सामने चुनौतियों का पहाड़ है। वाराणसी में कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के सामने खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं तो अमेठी में कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा के सामने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और महराजगंज में कांग्रेस प्रत्याशी वीरेन्द्र चौधरी के सामने केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी उम्मीदवार हैं।
वाराणसी लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय मौजूदा समय में प्रदेश अध्यक्ष हैं। वह 2019 के चुनाव में भी वाराणसी से ही कांग्रेस के उम्मीदवार थे और तीसरे स्थान पर थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस चुनाव में सपा की शालिनी यादव को 4.79 लाख से अधिक मतों से हराया था। इसी तरह 2014 के चुनाव में भी अजय राय कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में तीसरे स्थान पर थे। तब वाराणसी से पहली बार चुनाव में उतरे नरेन्द्र मोदी ने आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को 3.71 लाख से अधिक मतों से हराया था। इससे पहले 2009 का चुनाव भाजपा के दिग्गज नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने जीता था। कांग्रेस को 1984 के बाद 2004 के चुनाव में इस सीट पर सफलता मिली थी, तब उसके प्रत्याशी राजेश कुमार मिश्रा सांसद चुने गए थे। राजेश मिश्रा अब भाजपा में हैं। इस बार चुनाव में फर्क यह है कि कांग्रेस प्रत्याशी को सपा का भी समर्थन है, क्योंकि दोनों दल इंडिया गठबंधन में शामिल हैं।
अमेठी में कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा क्षेत्र से अपने लंबे जुड़ाव की बदौलत चुनाव तो पूरे उत्साह से लड़ रहे हैं लेकिन उनके सामने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का चक्रव्यूह भेदने की चुनौती है। स्मृति ईरानी पिछले चुनाव में कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और अमेठी से ही तीन बार सांसद रहे राहुल गांधी को परास्त कर चुकी हैं। किशोरी खुद पहली बार चुनाव मैदान में हैं। इससे पहले वह चुनाव प्रबंधन ही करते रहे हैं। महराजगंज लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी वीरेन्द्र चौधरी के सामने भी केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी मैदान में हैं। पंकज छह बार इसी क्षेत्र से सांसद रहे हैं, जबकि वीरेन्द्र चौधरी महराजगंज लोकसभा क्षेत्र में ही आने वाली फरेंदा सीट से 2022 में पहली बार विधायक चुने गए हैं।