पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ड्यूटी के दौरान शहीदी प्राप्त करने वाले भारतीय फ़ौज के जवान अमरीक सिंह के परिवार को वित्तीय सहायता के तौर पर एक करोड़ रुपए का चैक सौंपा।
शहीद के पिता गुरजंट सिंह को चैक सौंपते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरीक सिंह गाँव झंडूके का रहने वाला था और उसने झांसी ( उत्तर प्रदेश) में तैनाती के दौरान धरती माता की सेवा करते हुये शहीदी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इस जवान की तरफ से देश के लिए दिये गये महान बलिदान के सम्मान के तौर पर परिवार को यह वित्तीय सहायता दी जा रही है। मान ने कहा कि समूचा देश इन शहीदों का कर्जदार है, जिन्होंने देश और इसके लोगों के खातिर अपनी जानें कुर्बान की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का यह विनम्र सा प्रयास देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता को बरकरार रखने के लिए धरती माँ के इन पुत्रों के कीमती योगदान के सम्मान के तौर पर है। देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले सैनिकों के परिवारों की मदद के लिए राज्य सरकार की दृढ़ वचनबद्धता दोहराते हुये उन्होंने कहा कि यह पंजाब सरकार का प्रारंभिक फर्ज है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीद के परिवार को यह वित्तीय सहायता, राज्य सरकार की तरफ से सैनिकों और उनके परिवारों की भलाई यकीनी बनाने की वचनबद्धता के अनुसार है।
अपने संबोधन में केजरीवाल ने सैनिकों के महान बलिदान को मान्यता देने के लिए पंजाब सरकार की कोशिशों की सराहना की। केजरीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार सेवा के दौरान शहीद हुए हथियारबंद बलों के जवानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता दे रही है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना के उलट है, जहाँ शहीद जवानों के परिवारों को एक पैसे की भी आर्थिक सहायता या सम्मान न देकर शर्मसार किया जाता है।