राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में ISIS आतंकियों की खौफनाक साजिश का खुलासा किया है। भारत की धरती पर ही रहकर आईएसआईएस (ISIS) के आतंकी बड़ी साजिश रच रहे थे। हालांकि उससे पहले ही एआईए (AIA) ने देशभर में 44 जगहों पर छापेमारी करके कम से कम 15 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। इन आतंकियों के ठिकानों पर मिले सबूतों के आधार पर एनआईए ने उनके खतरनाक इरादे बताए हैं। आईएसआईएस के आतंकियों ने महाराष्ट्र के एक गांव को ‘आजाद’ घोषित कर दिया था और वे वहीं से पूरे देश में दहशत फैलाने की साजिश रच रहे थे।
जानकारी के मुताबिक एनआईए की रेड के दौरान खतरनाक हथियार, दस्तावेज, स्मार्टफोन, डिजिटल डिवाइस और नकदी बरामद हुई है। आतंकी मुंबई और कई बड़े शहरों में आतंकी हमले की साजिश कर रहे थे। बताया गया कि साकिब नाचन इस टेरर मॉड्यूल का सरगना था। उसे मुंबई बम धमाके के मामले में पहले भी 10 साल की सजा हो चुकी है। एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक एक आईएसआईएस मॉड्यूल के लीडर को गिरफ्तार किया गया है जो कि बयाथ चलाता था। यानी वह नए आतंकियों की भर्ती का काम देखता था।
शनिवार की सुबह से ही एनआईए ने पडघा, बोरीवली, ठाणे, मीरा रोड और पुणे में आतंकी ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी। इसके अलावा बेंगलुर और कर्नाटक की अन्य जगहों पर भी एनआईए की टीमों ने कार्रवाई शुरू की। इसका उद्देश्य उन 15 आतंकियों को गिरफ्तार करना था जो कि प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े थे। आईएसआईएस के आतंकी मासूमों की जान लेकर दहशत फैलाने का प्लान कर रहे थे। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल से जुड़े हैं। वे आतंकियों गतिविधियों में ऐक्टिव थे। इसके अलावा वे बड़ी मात्रा में गोला बारूद बना रहे थे।
आतंकियों के विदेशी आका
एनआईए ने बताया कि ये आतंकी अपने विदेशी आकाओं के संपर्क में रहते थे और उन्हीं के इशारों पर काम कर रहे थे। आतंकियों की साजिश बहुत बड़ी थी। वे भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की तैयारी कर रहे थे। इसके अलावा कई जगहों पर रेकी की जा रही थी। वे ड्रोन अटैक की फिराक में थे। आतंकियों का प्लान था कि वे ड्रोन से भीड़भाड़ वाले इलाकों को टारगेट करेंगे।
महाराष्ट्र के गांव को बनाना चाहते थे सीरिया
आतंकी महाराष्ट्र के पडघा में इकट्ठा हो रहे थे। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने पडघा को खुद ही आजाद घोषित कर दिया था। इसे अल शाम नाम दिया गया था और वहीं पर आतंकियों की भर्ती प्रक्रिया चलाई जाती थी। वे एक जगह इकट्ठा होकर अपनी ताकत बढ़ाना चाहते थे और फिर यहीं से पूरे देश में आतंक मचाने का प्लान बना रहे थे। वे सभी राज्यों में स्थानीय सेल बनाकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना चाहते थे। एनआईए ने पहले भी आईएसआईएस के महाराष्ट्र मॉड्यूल को लेकर केस दर्ज किया था।