शिवसेना (यूबीटी) के सांसद विनायक राउत ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर उनसे मिलने का समय मांगा है और मराठा तथा धनगर समुदायों के लिए आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। यह पत्र 31 अक्टूबर को लिखा गया था। पत्र में कहा गया है कि शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत के नेतृत्व में 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पांच या छह नवंबर को राष्ट्रपति से मिलना चाहता है।
मराठा अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग कर रहे हैं, जबकि धनगर (चरवाहा) समुदाय एसटी (अनुसूचित जनजाति) का दर्जा चाहता है। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को संसद के विशेष सत्र की मांग की और कहा कि इस मुद्दे को केंद्र द्वारा हल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सभी केंद्रीय मंत्रियों को मंत्रिमंडल की बैठक में आरक्षण का मुद्दा उठाना चाहिए। ठाकरे ने केंद्रीय मंत्रियों से (मराठा आरक्षण की) मांग पूरी नहीं होने पर इस्तीफा देने का भी आग्रह किया।