जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में लगातार चौथे दिन भी आतंकियों के साथ मुठभेड़ जारी है. भारतीय जवानों की तरफ से मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है. कोकरनाग जंगल में छिपे आतंकियों पर हमले के लिए ड्रोन और रॉकेट लॉन्चर से बमबारी की जा रही है. सुरक्षाबलों ने 3 से 4 आतंकवादियों को घेर लिया है. तीन दिन पहले, आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे जिसमें सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमायूं भट शामिल थे.
भारतीय सेना की कार्रवाई से खुद को बचाने के लिए आतंकवादी भागते दिखाई दिए. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने अपने ठिकाने जमीन के अंदर बना रखे थे. भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को ढूंढ कर जबरदस्त तरीके से अटैक किया और उन्हें तबाह कर दिया है. आतंकियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन अभी भी जारी है. अधिकारियों के अनुसार ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक दहशतगर्दों का नामोनिशान नहीं मिट जाता.
आतंकियों पर हमला करने में आ रही दिक्कत
अनंतनाग के कोकरनाग जंगल में आतंकियों से चल रही मुठभेड़ में भारतीय जवानों को कुछ परेशानियां आ रही हैं. घने जंगल होने के कारण जवानों को आतंकियों पर सटीक प्रहार करने में काफी मुश्किलें हो रही हैं. हालांकि, सभी आतंकियों को ढूंढ कर उन्हें खत्म करने के लिए बड़े लेवल पर सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. पुलिस बल से लेकर पैरा कमांडो तक आतंकियों की तलाश में लगे हैं.
‘तीन से चार आतंकी मार गिराए गए’
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर) विजय कुमार ने मुठभेड़ की जानकारी देते हुए बताया कि ऑपरेशन में भारतीय जवानों को भी सफलता हासिल हुई है. उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जंगल में छिपे दो से तीन आतंकियों को मार गिराया गया है.
बताया जा रहा है कि साल 2020 के बाद से यह जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला है. इससे पहले, कश्मीर में 30 मार्च 2020 को आतंकी मुठभेड़ हुई थी जिसमें कुल पांच भारतीय जवान शहीद हो गए थे.