किंग चार्ल्स III (King Charles) को यूनाइटेड किंगडम के राजा का ताज 6 मई को पहनाया गया. जो 70 साल में देश के इतिहास में किसी राजा का पहला राज्याभिषेक था. लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे (Westminster Abbey) में धूमधाम से ये ताजपोशी की रस्म हुई, जबकि जमीन और समुद्र में औपचारिक तोपों की सलामी की गूंज उठी. इस महत्वपूर्ण मौके पर 2,000 से ज्यादा मेहमान मौजूद थे. जिनमें से कई हाई-प्रोफाइल शाही परिवारों के सदस्य, गणमान्य शख्स और राजनेता थे.
समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग की गई. इसलिए जो लोग वहां मौके पर मौजूद होने में असमर्थ थे, वे भी इस कार्यक्रम को देख सकते थे. मगर इस मौके पर एक घटना ने दुनिया भर में सभी का ध्यान अपनी ओर जरूर खींचा. इस जश्न के बीच कुछ अजीब और रहस्यमयी हुआ.
अपने घरों से लाइव स्ट्रीम देख रहे दर्शकों ने हॉल के बाहर गलियारे में एक हुडदार और लबादा पहने हुए एक आकृति को देखा, जिसके हाथ में एक दरांती जैसी चीज थी. इस आकृति के दिखने से इंटरनेट पर हलचल मच गई है. अब इस अजीबोगरीब घटना के वीडियो वायरल हो रहे हैं और कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. कुछ लोगों ने अनुमान लगाया है कि राज्याभिषेक के समय रहस्यमय आकृति पादरी वर्ग का सदस्य हो सकता है या केवल गलत पहचान का मामला हो सकता है. वहीं दूसरे कई लोग इसे लेकर बहुत गंभीर हो गए हैं.
‘यह अच्छा संकेत नहीं’
हॉल के बाहर गलियारे में चलने वाली हुड वाली आकृति के लिए ग्रिम रीपर (Grim Reaper) और मौत का अग्रदूत (Harbinger of Death) जैसे विशेषणों का इस्तेमाल किया जा रहा है. एक सोशल मीडिया यूजर ने ट्विटर पर इसका एक वीडियो शेयर किया. जिसमें एक रहस्यमयी आकृति पलक झपकते ही कॉरिडोर को पार करती नजर आ रही है. इसके बाद एक भ्रमित यूजर ने लिखा कि ‘क्या किसी ने इसे अभी एडिट किया है या वास्तव में कोई चल रहा है?’ जबकि, एक शाही प्रशंसक ने इस बात को काफी भयानक बताया. उसने कहा कि ‘यह अच्छा संकेत नहीं है.’
सोशल मीडिया अटकलों से गुलजार
इसके बाद तो सोशल मीडिया साजिश के सिद्धांतों से लेकर अटकलों से गुलजार हो गया. एक यूजर ने तो यहां तक लिख दिया कि ‘क्या वेस्टमिंस्टर एब्बे में रीपर है? या वह राजकुमारी डायना प्रतिशोध चाह रही है?’ अधिक से अधिक लोग हुड वाली आकृति के रहस्य पर विचार कर रहे हैं. यह साफ हो गया है कि इस घटना ने दुनिया भर के लोगों की कल्पना शक्ति को तरह-तरह की अटकलें लगाने के लिए मजबूर कर दिया है. मगर सबसे बड़ा सवाल है कि क्या हम कभी इस भयानक घटना के पीछे की सच्चाई जान पाएंगे?