चुनाव से पहले कर्नाटक में भाजपा सरकार ने बड़ा दांव खेल दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य विधानसभा में बजट सत्र के दौरान राम मंदिर बनाए जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बजट पेश करते हुए कहा कि रामनगर में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बजट सत्र के दौरान यह घोषणा करते हुए कहा कि अगले दो सालों में कर्नाटक सरकार ₹1,000 करोड़ के व्यय के साथ मंदिरों और मठों के व्यापक विकास और नवीनीकरण कार्य करेगी।
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा में 2023-24 के बजट पेश किया जा रहा है। यह मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का दूसरा और मौजूदा कार्यकाल में भाजपा सरकार का आखिरी बजट है।
प्रभारी मंत्री ने की थी मांग
रामनगर जिले के प्रभारी मंत्री सी एन अश्वथ नारायण ने पिछले साल दिसंबर में मुख्यमंत्री बोम्मई से उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम मंदिर की तर्ज पर रामदेवरा बेट्टा में एक मंदिर बनाने के लिए एक विकास समिति गठित करने का आग्रह किया था। बोम्मई और मुजराई मंत्री शशिकला जोले को लिखे पत्र में उन्होंने मांग की थी कि रामदेवरा बेट्टा को ‘दक्षिण भारत के अयोध्या’ के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। नारायण ने कहा था कि रामदेवरा बेट्टा में मुजरई विभाग से संबंधित 19 एकड़ जगह का उपयोग करके राम मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए।
मंत्री के अनुसार, क्षेत्र के लोगों में एक दृढ़ विश्वास है कि सुग्रीव ने रामदेवरा बेट्टा को स्थापित किया था। जिले के लोगों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, इसे एक विरासत और आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इससे हमें अपनी संस्कृति को चित्रित करने के साथ-साथ पर्यटन का पोषण करने में भी मदद मिलेगी। वे यह भी मानते हैं कि सात महान संतों ने यहां अपनी तपस्या की थी। इसके अलावा, यह देश में एक प्रमुख गिद्ध संरक्षण क्षेत्र है।
उन्होंने पत्र में कहा था कि रामदेवरा बेट्टा और महाकाव्य रामायण के बीच पारंपरिक संबंध त्रेतायुग के युग से हैं। राज्य के पर्यटन विभाग के अनुसार, रामदेवरा बेट्टा बेंगलुरु से 50 किलोमीटर दूर स्थित है और प्रसिद्ध हिंदी ब्लॉकबस्टर ‘शोले’ को इस सुरम्य पहाड़ी पर शूट किया गया था। वोक्कालिगा बहुल पुराने मैसूर क्षेत्र का हिस्सा रामनगर को भाजपा के गढ़ों में नहीं माना जाता है। कर्नाटक में इस साल मई तक विधानसभा चुनाव होने हैं।
बजट में और क्या है ?
इस कार्यकाल की अपने आखरी बजट में कर्नाटक की भाजपा सरकार ने कई बड़े वादे किए हैं। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने जल संरक्षण के लिए कुओं, बांधों और नालियों को विकसित करने के लिए दो परियोजनाओं के लिए 75 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। मुख्यमंत्री ने यातायात की भीड़ को कम करने के लिए बेंगलुरु में पांच किलोमीटर की एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए 350 करोड़ रुपये का ऐलान किया है। बेंगलुरु में सड़कों के निर्माण के लिए 300 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जबकि 120 किलोमीटर की सफेदी के लिए 1000 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
सीएम बोम्मई ने कहा कि बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन के लिए 75 जंक्शनों को 150 करोड़ रुपये में विकसित किया जाएगा। बेल्लारी में 100 करोड़ की लागत से एक मेगा डेयरी का निर्माण किया जाएगा। ग्रामीण विकास विभाग के लिए 20,494 करोड़ रुपये के साथ भुसीरी परियोजना के लिए 10 हजार रुपये आवंटित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस वर्ष 77 हजार 750 करोड़ रुपये की सकल उधारी के साथ 3.09 लाख करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की है।