तुर्की और सीरिया (Turkey and Syria) में भूकंप (Earthquake) से तबाही जारी है. इसी बीच भारतीय सेना (Indian Army) और NDRF की टीमों ने तुर्की में मोर्चा संभाल लिया है. भारतीय सेना ने भूकंप प्रभावित इलाकों में फील्ड हॉस्पिटल बनाया है. जहां घायलों का लगातार इलाज जारी है. वहीं, NDRF की टीमें भी रेस्क्यू में जुट गई हैं. NDRF की तीन टीमें अलग अलग क्षेत्रों में इमारतों के मलबों में जिंदगियों की तलाश कर रही हैं.
तुर्की और सीरिया में सोमवार को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. भूकंप का केंद्र तुर्की और सीरिया के बॉर्डर के पास था. ऐसे में दोनों देशों में भारी तबाही हुई है. तुर्की और सीरिया में अब तक भूकंप से 15000 लोगों की मौत हो चुकी है. तुर्की में अब तक 12,391 लोगों की मौत हुई है, जबकि सीरिया में 2,992 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. दोनों देशों में 11000 से ज्यादा इमारतें तबाह हुई हैं. वहीं, घायलों की तादाद भी 15000 से अधिक है.
भारत ने तुर्की को भेजी मदद
भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत तुर्की को विशेष मदद भेजी है. भारत की ओर से NDRF की तीन टीमें रेस्क्यू के लिए तुर्की पहुंची हैं. इन टीमों में विशेष रेस्क्यू डॉग स्क्वायड भी शामिल है. इसके अलावा भारतीय सेना की मेडिकल टीम भी तुर्की पहुंची हैं.
भारतीय सेना ने हताए शहर में फील्ड हॉस्पिटल बनाया है. जहां लगातार घायलों का इलाज जारी है. इतना ही नहीं NDRF की टीमें भी रेस्क्यू अभियान चला रही हैं. हालांकि, ठंड, बर्फबारी के चलते तुर्की में रेस्क्यू अभियान काफी कठिन होता जा रहा है.
70 देश मदद के लिए आए आगे
भारत सहित 70 देश कर रहे मदद भूकंप की भीषण मार झेल रहे तुर्की को भारत सहित दुनियाभर के 70 देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने मदद का हाथ बढ़ाया है. भारत सरकार ने तुर्की के प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियान चलाने के लिए गाजियाबाद और कोलकाता बेस से NDRF की 3 टीमों को तुर्की भेजा है.
तुर्की में 3000 भारतीय
विदेश मंत्रालय ने बताया कि तुर्की के भूकंप प्रभावित हिस्सों में फंसे ये भारतीय सुरक्षित हैं लेकिन एक भारतीय लापता है. भारत सरकार तुर्की में लापता भारतीय के परिवार के संपर्क में बना हुआ है. भारत ने भूकंपग्रस्त तुर्की और सीरिया की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. बता दें कि तुर्की में रह रहे भारतीयों की संख्या 3000 है और सभी सुरक्षित हैं.