उत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले दो-तीन दिन से तापमान थोड़ा बढ़ा था। लेकिन मौसम विभाग का मानना है कि 1 जनवरी के बाद पारा गिरना शुरू हो सकता है। राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब और हरियाणा जैसे आसपास के राज्यों में घना कोहरा 5 जनवरी तक रहने की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में वैसे तो शनिवार को दिन में धूप खिलने से ठंड से कुछ राहत मिली, लेकिन देर शाम पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में बदलाव के चलते उच्चतम तापमान में गिरावट आई। रविवार सुबह न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना है, कई इलाकों में सुबह के समय कोहरा भी छाया रहेगा। पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है, उससे छन के हवाएं चलेंगी तो ठिठुरन भी बढ़ेगी।
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली के अनुसार शनिवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 19.7 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बीते दो दिनों से न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास बना हुआ है। वहीं अधिकतम तापमान 20 डिग्री के आसपास चल रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार से न्यूनतम तापमान में फिर से गिरावट दर्ज होनी शुरू होगी। तीन जनवरी तक तापमान चार डिग्री तक पहुंचने की संभावना है जो छह जनवरी तक जारी रहेगा। छह जनवरी तक शीतलहर चलने व सर्द दिन रहने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर पश्चिम भारत में यह शीतलहर चलेगी, जिसका असर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व दिल्ली में रहेगा।
पंजाब और हरियाणा के ज्यादातर इलाकों में ठंड का प्रकोप बना हुआ है। पंजाब का बठिंडा न्यूनतम 3.5 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ राज्य में सबसे ठंडा रहा। अमृतसर में शुक्रवार की पारा 4.3 डिग्री तक लुढ़क आया। चंडीगढ़ में 7.1 डिग्री तापमान रहा। इसी तरह हरियाणा के हिसार में 6.6, कैथल में 7.9, करनाल में 8.4 और अंबाला में 8.9 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में कड़ाके की ठंड से राहत मिली है और न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर पहुंच गया है। शुक्रवार की रात श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड की गई जो उससे पहले की रात 0.3 डिग्री से ज्यादा है। पहलगाम में माइनस 9 डिग्री सेल्सियस पारा रहा और केंद्र शासित प्रदेश में सबसे ठंडा स्थान रहा। गुलमर्ग में मानइस 8 डिग्री तापमान रहा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक ज्यादातर इलाकों में मौसम शुष्क ही बना रहेगा। उसके बाद न्यूनतम तापमान में फिर गिरावट आ सकती है।