रूस से क्रीमिया को जोड़ने वाले ऐतिहासिक केर्च स्ट्रेट ब्रिज पर हुए विस्फोट के बाद पुतिन ने हमलों के लिए सीधे तौर पर यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है. रूस की शक्तिशाली सुरक्षा परिषद मीटिंग में राष्ट्रपति पुतिन ने केर्च स्ट्रेट ब्रिज पर हुए धमाके और आगे की रणनीति पर चर्चा करते हुए यूक्रेनी ऊर्जा, सैन्य और संचार सुविधाओं को अपनी ताकतवर मिसाइलों से ध्वस्त करने का प्रस्ताव पास कर दिया. क्रेमलिन की आधिकारिक न्यूज़ ब्रीफिंग में कहा गया कि रूस जल्द ही यूक्रेन को इन हमलों के लिए मुंहतोड़ जवाब देगा.
मीटिंग के दौरान बेहद सख्त दिख रहे पुतिन ने कहा कि फोरेंसिक और अन्य विशेषज्ञ डेटा से पता चला है कि 8 अक्टूबर का विस्फोट रूस के नागरिक और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के उद्देश्य से आतंकवाद का एक कार्य था. पुतिन ने यह भी स्पष्ट किया कि यूक्रेनी विशेष सेवाएं इन हमलों के पीछे हैं. सुरक्षा परिषद में कहा गया कि कीव शासन लंबे समय से आतंकवादी तरीकों का उपयोग कर रहा है, जिसमें यूक्रेन और रूस दोनों में सार्वजनिक हस्तियों, पत्रकारों और वैज्ञानिकों की हत्याएं शामिल हैं. यूरोप के सबसे बड़े जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर मिसाइल और तोपखाने के हमलों के लिए भी रूस ने यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है.
रूस में आतंकी घटनाएं
राष्ट्रपति ने यूक्रेन की विशेष सेवाओं को रूस में हो रही आतंकवादी घटनाओं के लिए भी जिम्मेदार करार दिया है. रूस के कुर्स्क परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ तीन आतंकवादी कृत्यों सहित तुर्कस्ट्रीम गैस पाइपलाइन प्रणाली पर हमले की कोशिश के लिए पुतिन ने यूक्रेन को मास्टरमाइंड बताया. व्लादिमीर पुतिन ने आगे कहा कि रूसी प्रतिनिधियों को बाल्टिक सागर के नीचे चल रही अंतरराष्ट्रीय गैस पाइपलाइनों में विस्फोट और विनाश के कारणों की जांच में भाग लेने की अनुमति नहीं है. लेकिन हम सभी जानते हैं कि आखिर इससे किसे फायदा होता है.
‘यूक्रेन आतंकी संगठन जैसा’
सुरक्षा परिषद की मीटिंग में कीव शासन की अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूहों से तुलना करते हुए पुतिन ने साफ कर दिया कि अब उनके लिए यूक्रेन को बिना सबक सिखाए छोड़ना मुश्किल हो गया है. जिसके बाद रूस ने यूक्रेनी ऊर्जा, सैन्य और संचार सुविधाओं के खिलाफ लंबी दूरी की सटीक हवा, समुद्र और भूमि-आधारित हथियारों के साथ एक विशाल स्ट्राइक शुरू कर दी है. इस क्रम में कीव पर रूस की ओर से दागी गई 70 से अधिक मिसाइलों को जोड़कर भी देखा जा रहा है जिसमें शहर की बिजली व्यवस्था गंभीर रूप से प्रभावित हुई है.