190 से ज्यादा बच्चों की हत्या की बात कबूल करने वाले कोलंबियाई सीरियल किलर की अस्पताल में मौत हो गई है। जेल अधिकारियों ने कहा कि इस कोलंबियाई सीरियल किलर ने 1990 के दशक के दौरान 190 से अधिक बच्चों की हत्या करने की बात कबूल की थी। वह 66 साल का था। उसे द मॉन्स्टर ऑफ जेनोवा के नाम से जाना जाता है।
लुइस ने कोलंबिया, वेनेजुएला और इक्वाडोर में 190 से अधिक बच्चों और किशोरों के साथ बलात्कार किया। उन्हें यातना देने के बाद मार दिया। उसे शुरुआत में 1,853 साल और 9 दिन की सजा हुई थी। हालांकि बाद में उसकी सजा कम कर 40 साल कर दी गई।
रिपोर्ट के अनुसार, लुइस का शुरुआती जीवन काफी मुश्किल भरा रहा। जल्द ही अपराध की दुनिया में वह उतर गया। उसने कोलंबिया के दशकों लंबे गृहयुद्ध के दौरान बच्चों की असुरक्षा का फायदा उठाया और पीड़ितों को लुभाने के लिए पुजारी, किसान या रेहड़ी-पटरी वाले जैसे वेश का इस्तेमाल किया। उसके अपराधों का खुलासा तब हुआ जब पुलिस अधिकारियों को 1990 के दशक के अंत में एक सामूहिक कब्र मिली। जिसमें 25 प्रताड़ित बच्चों को दफनाया गया था। उसे अप्रैल 1999 में एक अन्य बच्चे को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते समय पकड़ा गया था।
डॉ. मार्क बेनेके एक फॉरेंसिक वैज्ञानिक हैं। उन्होंने सीरियल किलर लुइस का इंटरव्यू लिया था। द मिरर से बातचीत में उन्होंने कहा कि लुइस एक मनोरोगी है। उसे अपने अपराध पर पश्चाताप नहीं है। वह बच्चों के साथ बड़े नरम दिल से मिलता था। फिर उन्हें बहला-फुसलाकर उनके साथ अपराध करता था।
डॉ. बेनेके ने बताया कि कि उसकी परवरिश ने उसे मनोरोगी बना दिया। उसका बचपन शारीरिक और यौन शोषण के साथ-साथ उपेक्षा से भरा हुआ था। शराबी पिता ने लुइस और उसके भाई-बहनों को स्कूल जाने के बजाय काम करने के लिए मजबूर किया और उनके अपने परिवार के साथ तनावपूर्ण संबंध थे।