कर्नाटक विधानसभा में अपने 10 विधायकों की निलंबित पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने कांग्रेस सरकार को तानाशाह बता दिया है और उस पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया है। बता दें कि विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के चलते विधानसभा स्पीकर यूटी खादेर ने 10 भाजपा विधायकों को शुक्रवार तक बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि 17-18 जुलाई को हुई विपक्ष की बैठक में सरकार ने आईएएस अधिकारियों को तैनात किया था। इसी के विरोध में भाजपा विधायक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके चलते उनके खिलाफ कार्रवाई हुई।
पूर्व सीएम ने बताया लोकतंत्र का काला दिन
राज्य के पूर्व सीएम बासवराज बोम्मई ने भाजपा विधायकों के निलंबन पर कहा कि ‘यह लोकतंत्र का काला दिन है। आज लोकतंत्र की हत्या हुई है। सिर्फ छोटे से विरोध प्रदर्शन के लिए उन्हें (10 भाजपा विधायकों) निलंबित कर दिया गया। हम निलंबित विधायकों के अधिकार के लिए लड़ेंगे।’ पूर्व सीएम बोम्मई ने बाद में विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया, जिसके बाद पुलिस ने बोम्मई को हिरासत में ले लिया।
बोम्मई ने कहा कि ‘यह कांग्रेस सरकार की तानाशाही है, उन्होंने बिना किसी कारण के हमारे 10 विधायकों को निलंबित कर दिया। हमने विधानसभा स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जारी किया है। हम इस लड़ाई को लेकर लोगों के बीच जाएंगे।’
इन विधायकों को किया गया निलंबित
जिन विधायकों को निलंबित किया गया है, उनमें भाजपा विधायक अश्वथ नारायण, सुनील कुमार, आर अशोक, वेदव्य कामथ, यशपाल सुवर्ना, धीरज मुनीराज, उमानाथ कोटियन, अरविंद बेल्लाद, अरगा जनेंद्र और भारत शेट्टी शामिल हैं। इन विधायकों को शुक्रवार तक विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पर रोक दिया गया है। निलंबित विधायक अश्वथ नारायण ने स्पीकर की कार्रवाई पर कहा कि आज काला दिन है। सही होने के बावजूद हमारे खिलाफ कार्रवाई की गई। हमने स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जारी किया है।