भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है। यहां पर ऑस्ट्रेलिया और भारतीय खिलाड़ियों के बीच वनडे सीरीज हो रही है। जिसमें तीन मैच खेले जाएंगे। जिसके पहले मैच में भारतीय खिलाड़ियों को करारी हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में इंडियन टीम की कमजोर गेंदबाजी देखने को मिली। जिसके बाद अब भारतीय खिलाड़ियों और टीम के कप्तान विराट कोहली की चौतरफा आलोचना हो रही है। हर कोई भारतीय टीम में ऑलराउंडर की कमी महसूस कर रहा है। वहीं, अब हर कोई हार्दिक पांड्या से भी शानदार गेंदबाजी की उम्मीद कर रहा है। जिसका जिक्र हार्दिक पांड्या भी करते नजर आए। उन्होंने कहा है कि वे भी परिस्थिति के अनुकूल गेंदबाजी करना चाहते है।
दरअसल मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में हार्दिक पांड्या ने कहा कि मैं अपनी गेंदबाजी पर काम कर रहा हूं, मैं गेंदबाजी करूंगा, जब सही समय होगा, ऑस्ट्रेलिया टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 374 रन बनाए। ये अहम है कि जब गेंदबाजी शुरू करूं। तो बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जरूरी रफ्तार हासिल कर पाऊं। मैं अपनी गेंदबाजी में 100 फीसदी देना चाहता हूं, मैं उस रफ्तार के लिए गेंदबाजी करना चाहता हूं, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लिए जरूरी है। इसके आगे उन्होंने कहा कि हमारी नजरे आगे आने वाले टी-20 विश्व कप और अन्य महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। जिसमें हमारी गेंदबाजी काफी ज्यादा अहम है। बता दें कि आईसीसी टी-20 में महज 10 महीने का समय है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि जब आप 375 रन के लक्ष्य का पीछा करते है, तो हर किसी को जज्बे के साथ खेलना चाहिए, इसके अलावा और आप कुछ नहीं कर सकते। आप मैच के लिए कभी भी ज्यादा रणनीतियां नहीं बना सकते। छठे विकल्प पर हार्दिक पांड्या ने कहा कि भारत को हरफनमौला विकल्पों के बारे में विचार करना चाहिए, क्योंकि छठां गेंदबाज टीम के लिए बेहद जरूरी है। आप पांच गेंदबाजों के साथ उतरते हो, तो ये हमेशा मुश्किल होगा, क्योंकि अगर किसी का दिन अच्छा नहीं होगा, तो उसकी भूमिका को भरने के लिए आपके पास कोई विकल्प नहीं होगा। चोट से ज्यादा ये 6ठे गेंदबाज की भूमिका के बारे है। वहीं, हार्दिक पांड्या ने इस दौरान अपने बड़े भाई क्रुणाल पांड्या की बात करते हुए उन्हें टीम में मौका देने की बात कही। उन्होंने कहा, आप अन्य के नाम ले सकते हैं, या फिर पंड्या परिवार में ही देखना चाहिए।