उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हाईस्कूल की छात्रा स्मृति अवस्थी की मौत (Highschool Student Death) से हड़कंप मचा हुआ है. आरोप है कि यहां फीस (School Fees) जमा न होने पर स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रा पर दबाव बनाया गया था. छात्रा फीस माफी का प्रार्थना पत्र लेकर प्रधानाचार्य के पास गई तो उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया. आरोप है कि प्रधानाचार्य ने छात्रा को सार्वजनिक रूप से बेइज्जत करते हुए उसे भगा दिया. इससे आहत छात्रा रोते हुए घर पहुंची और बेहोश हो गई. परिजन कुछ समझ पाते तब तक किशोरी की मौत हो गई.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और तफ्तीश शुरू कर दी है. मृतक छात्रा निजी विद्यालय में हाईस्कूल की छात्रा थी. उसके पिता ने स्कूल के प्रबंधक और प्रधानाचार्य के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है. तहरीर के आधार पर कोतवाली में स्कूल के प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है. मामला उन्नाव शहर कोतवाली के आदर्श नगर मोहल्ला का है. यहां स्कूल में फीस न जमा होने पर स्कूल प्रबंधन द्वारा किशोरी पर दबाव बनाया गया. स्कूल के बच्चों के सामने टोकने पर किशोरी आहत हो गयी और घर पहुंचते ही बेहोश हो गयी. जब तक उपचार होता, तब तक उसकी मौत हो गयी.
छात्रा के चाचा रमेश अवस्थी ने बताया कि उनकी भतीजी स्मृति अवस्थी एबी नगर स्थित एक इंटर कॉलेज में कक्षा 10 की छात्रा थी. कोरोना के कारण उपजी परिस्थितियों के चलते वह तीन माह की फीस जमा नहीं कर पाई थी. इसी सिलसिले में स्मृति फीस माफी के लिए प्रार्थना पत्र देने कॉलेज गयी थी. आरोप है कि प्रधानाचार्य ने फीस माफी का प्रार्थना पत्र लेने से इनकार करते हुए सार्वजनिक रूप से बेइज्जत करते हुए उसे भगा दिया. इस अपमान से आहत स्मृति रोते-रोते घर पहुंची और बेहोश हो गयी. घर में उसे पानी के छींटे डालने और हिलाने पर भी कोई प्रतिकिया न देख उसे जिला अस्पताल लाया गया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस पूरे मामले में क्षेत्राधिकारी (नगर) कृपा शंकर ने बताया कि कोतवाली के अन्तर्गत आदर्श नगर की रहने वाली एक किशोरी जिसकी उम्र लगभग 15 वर्ष है. संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गई. इस सम्बंध में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और परिजन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.