इजरायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच दुश्मनी बढ़ती जा रही है. गाजा पट्टी (Gaza Strip) और इजरायल एक-दूसरे पर लगातार रॉकेट से हमला (Rocket Attack) कर रहे हैं. इस हमले में गाजा में अब तक 35 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि इजरायल में पांच लोगों की मौत हुई है. हाल के सालों में दोनों पक्षों के बीच इतना घातक संघर्ष नहीं हुआ था. गाजा पर शासन चलाने वाले इस्लामिक संगठन हमास ने कहा है कि उसने मंगलवार रात तेल अवीव (Tel Aviv) पर 130 रॉकेट्स दागे. ऐसा उस इजरायली एयरस्ट्राइक के जवाब में किया गया, जिसमें गाजा में एक टावर ब्लॉक क्षतिग्रस्त हो गया था
हमास ने एक बयान जारी कर कहा, हम तेल अवीव और इसके आस-पास के इलाके पर बड़े पैमाने पर रॉकेट हमले कर रहे हैं. 130 रॉकेट्स के जरिए दुश्मन को निशाना बनाया गया है. ऐसा दुश्मन देश द्वारा हमारे आवासीय टावर को निशाना बनाने के जवाब में किया गया है. वहीं, इजरायल भी हमास को जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. बुधवार तड़के इजरायल ने गाजा पर सैकड़ों बार एयरस्ट्राइक की. दोनों ही पक्षों की तरफ से एयरस्ट्राइक का सिलसिला लंबे वक्त तक जारी रहै. जहां फिलिस्तीनी आतंकी ग्रुप ने भी तेल अवीव और बीरशेबा पर कई रॉकेट्स दागे.
शांति बरतें दोनों पक्ष: अंतरराष्ट्रीय बिरादरी
गाजा पट्टी पर इजरायल द्वारा की गई एयरस्ट्राइक से एक आवासीय इमारत ढह गई थी, जबकि एक अन्य इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी. इजरायल ने कहा कि इसने एयरस्ट्राइक के जरिए हमास के खुफिया सेंटर्स और रॉकेट लॉन्च साइट्स समेत इसके कई ठिकानों को निशाना बनाया. 2014 में गाजा में युद्ध के बाद से इजरायल और हमास के बीच हुआ ये संघर्ष अब तक की सबसे भारी कार्रवाई है. इन कार्रवाइयों को लेकर अंतरराष्ट्रीय बिरादरी चिंतित है और उनका मानना है कि स्थिति हाथ से निकल सकती है. उन्होंने दोनों पक्षों को शांति बरतने को कहा है.
शांति के लिए दोनों पक्षों संग बातचीत कर रहा है संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र के मध्यपूर्व के शांति दूत टोर वेनेस्लैंड ने ट्वीट कर कहा, एयरस्ट्राइक को तुरंत रोका जाए. हम लोग एक बड़े स्तर के युद्ध की तरफ बढ़ रहे हैं. दोनों पक्षों के नेताओं को तनाव कम करने के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि गाजा में युद्ध की कीमत बहुत अधिक होगी और इसकी कीमत आम लोगों को चुकानी पड़ेगी. संयुक्त राष्ट्र शांति कायम करने के लिए दोनों पक्षों के साथ काम कर रहा है. हिंसा को अभी रोकना चाहिए.
हवाई हमले से बचने के लिए शेलटर्स में छिपे इजरायली
गाजा में रहने वाले लोगों ने बुधवार सुबह बताया कि एयरस्ट्राइक की वजह से उनके घर हिलने लगे थे और आसमान चमक उठा था. वहीं, जब गाजा की तरफ से रॉकेट्स दागे गए तो इजरायली भागकर शेलटर्स में छिप गए. तेल अवीव के पास बसे एक कस्बे लॉड में एक गाड़ी पर आकर एक रॉकेट गिर गया. इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई. इजरायली मीडिया ने कहा कि मरने वालों में एक सात वर्षीय बच्ची भी शामिल थी. दूसरी ओर हमास ने कहा कि इसने 100 से ज्यादा रॉकेट्स को दागा है.
इजरायल द्वारा की गई एयरस्ट्राक (AFP)
इजरायल ने 1967 में मध्यपूर्व में हुए युद्ध के बाद पूर्वी यरुशलम को कब्जे में कर लिया. इसके बाद पूरे शहर को ही अपनी राजधानी मान लिया. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बिरादरी द्वारा इसे मान्यता नहीं दी जाती है. फिलिस्तीनी लोगों का मानना है एक बार जब उनका मुल्क आजाद हो जाएगा तो पूर्वी यरुशलम उनके मुल्क की राजधानी होगी. वर्तमान विवाद की वजह पूर्वी यरुशलम के शेख जर्राह डिस्ट्रिक्ट से फिलिस्तीनी परिवारों को बाहर निकालना है. यहां पर यहूदी सेटलर्स (वो लोग जिन्हें फिलिस्तीन में बसाया जाता है) को बसाने की योजना बनाई गई है, जिसे लेकर फिलिस्तीनी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.