रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग (Tawang) में आज सुरक्षा बलों (Security forces) के साथ दशहरा मनाएंगे (celebrate Dussehra) और शस्त्र पूजा (Shastra Puja) करेंगे। तवांग की अपनी यात्रा से पहले राजनाथ सोमवार को असम के तेजपुर पहुंचे। सिंह ने यहां 4 कोर मुख्यालय में ‘बाराखाना’ में सैनिकों के साथ बातचीत की और इस अवधारणा की सराहना की कि यह सभी रैंकों के सैनिकों को एक परिवार के सदस्यों के रूप में एक साथ भोजन करने के लिए लाता है। उन्होंने कहा, ‘बाराखाना’ में आपके साथ रहना दर्शाता है कि अपनी स्थिति से अधिक, हम एक परिवार हैं और साथ मिलकर हम राष्ट्र के रक्षक हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना एकता और भाईचारे का सच्चा उदाहरण है क्योंकि वे अलग-अलग राज्यों, धर्मों और पृष्ठभूमि से होने के बावजूद एक ही बैरक और इकाइयों में एक साथ काम करते हैं और रहते हैं। सिंह ने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनके बलिदान के लिए सशस्त्र बलों और उनके परिवारों के प्रयासों की सराहना की। रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, देश हमेशा बहादुर सैनिकों का ऋणी रहेगा। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों के माध्यम से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में भारतीय सैनिकों के योगदान पर भी प्रकाश डाला।
थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता, 4 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल मनीष एरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जवानों द्वारा प्रस्तुत एक संगीतमय शाम में शामिल हुए
इससे पहले राजनाथ सिंह तेजपुर के मेघना स्टेडियम में सेना के जवानों द्वारा प्रस्तुत एक संगीतमय शाम में शामिल हुए। उन्होंने संवाददताओं से बात करते हुए कहा कि जब भी देश पर संकट आया हो तब लोगों को सुरक्षा देने का काम हमारी भारतीय सेना के जवानों ने किया है। हम सब इस बात पर पूरी तरह आश्वस्त हैं कि देश पर यदि कोई संकट आएगा, तो हमारी सेना के जवान उसका सामना करने में पूरी तरह सक्षम हैं।
इस्राइल-हमास संघर्ष पर कही यह बात
इस्राइल-हमास संघर्ष पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सारे विश्व को एकजुट होना चाहिए। इस बात की भी चिंता की जानी चाहिए कि निर्दोष लोग इससे प्रभावित न हों।