चतरा जिले के कुंदा थाना क्षेत्र अंतर्गत कारी मांडर गांव में शनिवार को दिन ग्यारह बजे सुरक्षा बलों और माओवादी नक्सलियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई है। इस दौरान दोनों ओर से सैकड़ों राउंड गोली चली है। इसमें एक नक्सली मारा गया है, जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। लगभग घंटे भर चली मुठभेड़ के बाद माओवादी नक्सली जंगलों में भाग खड़े हुए।
बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ 15 लाख के इनामी माओवादी कमांडर मनोहर गंझू के दस्ते के साथ हुई। चतरा और पलामू जिले की सीमा पर कुंदा थाना क्षेत्र के भुटकुइयां- कारी मांडर के आसपास नक्सलियों की गतिविधियों की सूचना पाकर सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और जिला पुलिस के जवान सर्च ऑपरेशन में निकले थे। इन्हें देखकर नक्सलियों का दस्ता अचानक गोली बारी करने लगा। जवाब में सुरक्षा बलों और पुलिस के जवानों के भी मोर्चा लेकर फायरिंग की। नक्सलियों के भागने के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी तक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
संभावना जताई जा रही है कि मारे गए नक्सली के अलावा कुछ अन्य को गोलियां लगी हैं, लेकिन वे भागने में सफल रहे हैं। बता दें कि तीन दिन पहले भी नक्सलियों के इसी दस्ते के साथ चतरा जिले के मदगड़ा जंगल में पारा मिल्रिटी फोर्स की मुठभेड़ हुई थी। उस दौरान भी नक्सली जंगल में भाग खड़े हुए थे। इसी हफ्ते रांची के बुढ़मू-ठाकुरगांव इलाके में पीएलएफआई के नक्सलियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था।