मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी कीमत पर शहर में जलभराव न होने पाए। मानसून आ गया है और अब और सतर्कता बरतने की जरूरत है। संबंधित विभाग पूरी तरह से मुस्तैद रहें, जहां पानी रुके, उसे निकालने के लिए तत्परता दिखाई जाए। उन्होंने कहा कि जनता को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
बैठक कर अधिकारियों से ली जानकारी
दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने मानसून की पहली वर्षा में प्रभावित हुए क्षेत्रों के बारे में जानकारी ली। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने प्रभावित क्षेत्रों के बारे में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री को बताया गया कि थोड़ी देर में ही पानी निकल गया। देवरिया रोड पर नाले से पानी निकल गया। देवरिया बाईपास रोड पर निर्मित नाले से भी प्रभाव पड़ा है। नगर निगम द्वारा मेडिकल रोड पर पंप लगाकर पानी निकाल दिया गया।
सीएम ने व्यवस्था पर जताई संतुष्टि
कुछ स्थानों पर निर्माणाधीन नालों के बारे में भी जानकारी दी गई। नगर आयुक्त ने बताया कि जलनिकासी को लेकर पूरी तैयारी की गई है। कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है और पंप सहित अन्य मशीनें भी तैयार हैं। पहली वर्षा में लोगों को जलभराव की समस्या से नहीं जूझना पड़ा। जीडीए सचिव उदय प्रताप सिंह ने जीडीए द्वारा कराए जा रहे नाला निर्माण जलनिकासी को लेकर की गई व्यवस्था के बारे में बताया। शहर में जलभराव न होने पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता भी व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर उस स्थान पर विशेष निगरानी रखी जाए, जहां जलभराव की संभावना अधिक है। नालों की सफाई का ध्यान रखा जाए।
विकास योजनाओं की भी ली जानकारी
मुख्यमंत्री ने जिले में संचालित कुछ विकास परियोजनाओं की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली। बैठक में एडीजी जोन अखिल कुमार, मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, नगर आयुक्त अविनाश सिंह, गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल, जीडीए के सचिव उदय प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री शुक्रवार को भी अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक कर सकते हैं।