मोदी सरकार के किसान बिल से नाराज विपक्ष लगातार सरकार को निशाने पर ले रहा है, हालांकि सियासी घमासान के बीच जैसे-तैसे संसद में यह बिल पास हो ही गया। इससे नाराज सांसदों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की, इतना ही नहीं संसद परिसर के बाहर धरना भी दिया गया। बता दें कि संसद में सुनवाई के दौरान राज्यसभा के कई सांसदों ने जमकर हंगामा काटा। संसद कार्यवाई में भंग डालने को लेकर सभापति ने 8 सांसदों को चिन्हित कर एक सप्ताह के लिए निलंबित करने का फैसला सुनाया है। राज्यसभा में हंगामे के आरोप में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, कांग्रेस के राजीव साटव और सीपीएम के के.के. रागेश समेत कुल आठ सांसदों को सदन से निलंबित किया गया है। सांसदों के निलंबित के बाद पूरा विपक्ष एकजुट होकर मोदी सरकार की जमकर आलोचना कर रहा है। विपक्ष ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताई है।
बता दें कि संसद के मॉनसून सत्र का आज नौवां दिन है. राज्यसभा में आज विपक्षी दलों के 8 सांसदों के निलंबन का मुद्दा भी खूब जोर-शोर से उठाया गया है। विपक्ष ने सभापति के फैसले का विरोध करते हुए कहा मोदी सरकार ने संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाया है, बिना किसी प्रश्न सवाल के यह बिल पास कर दिया गया, न ही कोई वोटिंग हुई। इसको देखते हुए विपक्ष ने पूरे मॉनसून सत्र का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।
मालूम हो कि रात भर विरोध प्रदर्शन के तौर पर संसद परिसर में धरने पर बैठे निलंबित सांसदों ने आज सुबह अपना धरना खत्म किया है, बता दें कि नाराज सांसदों ने सोमवार को संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन शुरू किया था।