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सामने आया राकेश टिकैत का किसानों को उकसाने वाला वीडियो, हिंसा के बाद अब दे रहे हैं सफाई

देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर रैली के नाम पर जमकर हिंसा की। ट्रैक्टर रैली के एक दिन बाद भारतीय किसान यूनियन (Bharat Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का एक विवादित वीडियो सामने आया है, जिसने देश के सामने कई प्रकार के सवाल खड़े कर दिए हैं। टिकैत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सनसनी फ़ैल गई है। वायरल हो रहे वीडियो में किसान नेता लोगों से लाठी-डंडा साथ लेकर आने की अपील करते दिखाई दे रहे हैं। राकेश टिकैत का यह वीडियो वायरल होने के बाद किसान आंदोलन की मंशा भी सवालों के घेरे में आ चुकी है। हिंसा के बाद टिकैत अब अपनी सफाई देते दिखाई दे रहे है। हिंसा के बाद आज लाल किले पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किये गए हैं। कल हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के मुताबिक 300 पुलिस के जवान घयाल हुए हैं, वहीं अब तक 22 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।

वायरल हो रहे इस वीडियो में राकेश टिकैत कहते दिखाई दे रहे हैं कि सरकार मान नहीं रही, ज्यादा कैंडी पड़ रही है सरकार। अपना ले आइओ झंडा, झंडा भी लगाना,  लाठी-डंडे भी  साथ रखिओ अपने, समझ जाइओ सारी बात। तिरंगा भी लगाना, अपना झंडा भी लगाना। अब सब आ जाओ अपनी जमीन नहीं बच रही। आ जाओ अपनी जमीन बचाने के लिए वरना जमीन नहीं बचनी। जमीन छीन ली जाएगी।

वीडियो पर दी सफाई
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद राकेश टिकैत ने बुधवार को मीडिया के सामने आकर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो उनका ही है। उन्होंने कहा कि लाठी कोई हथियार थोड़े ही है। राकेश टिकैत ने कहा, मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने कहा था कि लाठी लेकर आना, जरा बताइए कि बिना लाठी डंडे के झंडे कहां और कैसे लगाए जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा, जिसने झंडा फहराया वो कौन आदमी था। एक समुदाय विशेष को बदनाम करने की साजिश पिछले दो महीने से चल रही है। जिन लोगों ने गलत किया है उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी।

टिकैत बोले-हिंसा में शामिल लोगों पर होगी कार्रवाई
राकेश टिकैत ने कहा कि कुछ लोग को चिन्हित किया गया है उन्हें आज ही यहां से जाना होगा। जो आदमी हिंसा में पाया जाएगा, उसे स्थान छोड़ना पड़ेगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। राकेश टिकैत ने आगे कहा कि मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के पीछे कुछ असामाजिक तत्व थे। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की वजह से कुछ उपद्रवी ट्रैक्टर रैली में शामिल हो गए, जिनकी वजह से हिंसा की घटनाएं हुईं हैं।

दिल्ली पुलिस पर लगाया यह आरोप
राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने परेड के पहले से तय मार्गों के कुछ स्थानों पर गलत तरीके से बैरिकेड लगा दिए थे। ऐसा जानबूझकर किया गया जिससे किसानों को बरगला सकें, इस कारण ट्रैक्टरों पर किसान भटक गए। उन्होंने ये तक दावा किया कि इससे उपद्रवियों को ट्रैक्टर परेड में शामिल होने का मौका मिला गया। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय किसान यूनियन शांतिपूर्ण प्रदर्शन में भरोसा करता है और हिंसा के पीछे असामाजिक तत्वों की पहचान की जाएगी।

आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली थी। इस दौरान लाल किला सहित कई स्थानों पर जमकर हिंसा हुई। जिसके बाद दिल्ली पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर अधिकारियों के साथ आपात बैठक भी बुलाई थी। साथ ही हरियाणा के कई जिलों सहित दिल्ली-एनसीआर के अधिकांश हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। साथ ही 14 से ज्यादा मेट्रो स्टेशन भी बंद कर दिए गए थे।