राजस्थान के चुनावी बिसात पर आरोप प्रत्यारोप का दौर पूरे परवान पर है. जहां कांग्रेस अशोक गहलोत सरकार की गुड गवर्नेंस के नाम पर वोट मांग रही है तो वहीं भाजपा कानून व्यवस्था के नाम पर ही कांग्रेस को घेर रही है. शेखावत (Gajendra-Shekhawat) ने कहा कि राजस्थान की कानून-व्यवस्था तार-तार होकर बिखर चुकी है. अपराधी पुलिस पर भी गोलियां चलाने से नहीं चूक रहे हैं.
बारां में हुई हिंसा का भी जिक्र करते हुए शेखावत (Gajendra-Shekhawat) ने कहा कि मुख्यमंत्री सो रहे हैं और राज्य जल रहा है. विचलित करते दृश्य बारां जिले के छबड़ा में साक्षात देखने को मिले. स्थिति चिंताजनक है. शेखावत ने कहा कि मामूली कहासुनी के बाद चाकू से हमला और फिर उस विवाद का थोड़े से समय में सांप्रदायिक हिंसा में बदल जाना राजस्थान की दुर्दशा का एक और चित्र है.
चुनाव प्रचार केदौरान शेखावत ने भ्रष्टाचार का मामला भी उठाते हुए कहा कि गहलोत सरकार में शासन से लेकर प्रशासन तक भ्रष्टाचार का दीमक सरकारी तंत्र को खोखला कर चुका है. चार महीनों के भीतर जिला पुलिस अधीक्षक और जिला कलक्टर समेत राज्य प्रशासनिक सेवा के पांच अधिकारियों को भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त पाया गया है. सत्तारूढ़ पार्टी के वरिष्ठ विधायक अपने ही मंत्री पर अवैध खनन के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. उनकी मांग पर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई ?