समाजवादी पार्टी से अलग होकर अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश यादव से मेरा कोई मतभेद नहीं है. उन्होंने कहा कि 2022 यूपी के विधानसभा चुनाव में अगर हमें सम्मानजनक सीटें मिलीं तो हम समाजवादी पार्टी से गठबंधन करेंगे. शिवपाल यादव बहराइच के एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे.
उन्होंने कहा कि 2022 में भाजपा को हराने के लिए हम सभी बड़े राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन करेंगे. भाजपा सरकार में नौकरशाही हावी है और विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही है. शिवपाल ने कहा कि किसान और व्यापारी परेशान है. महंगाई लगातार बढ़ रही है. ये सरकार कोरोना को रोकने में पूरी तरह असफल साबित हुई है. अगर विदेश से आने वाले नागरिकों को एयरपोर्ट पर क्वारंटीन किया जाता तो कोरोना कभी नहीं फैलता.
दरअसल शिवपाल सिंह यादव की तरफ से लगातार समाजवादी पार्टी से गठबंधन कर अगला विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है. उधर, संसदीय चुनाव में चारों खाने चित होने के बाद अखिलेश भी चाचा से गठबंधन करने को लेकर उत्सुक हैं. बहरहाल, शिवपाल भतीजे अखिलेश यादव के उस ऑफर को लेकर असमंजस में है, जिसमें शिवपाल के लिए जसंवतनगर विधानसभा सीट छोड़ने की बात कही गई और 2022 में राज्य में सपा सरकार बनने पर कैबिनेट मंत्री बनाने का ऐलान किया गया है.
बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकना है
इससे पहले शिवपाल यादव ने कहा कि कोई क्या कह रहा है हमें उस पर नहीं जाना है. सब बेकार की बातें हैं. पहले हमें अपनी पार्टी और संगठन मजबूत करना है, फिर बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकना है. शिवपाल ने कहा कि हमारी पार्टी बन चुकी है और हमारे कार्यकर्ता सड़कों पर जल्द निकलने वाले हैं.