शनिवार के दिन शनिदेव (Shanidev) की पूजा की जाती है और उनके बुरे प्रभाव से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं. चूंकि, शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है जो व्यक्ति के अच्छे व बुरे कर्मों के अनुरूप ही फल प्रदान करते हैं. जो लोग अच्छे कर्म करते हैं और दूसरे लोगों के प्रति अपने मन में बुरे भाव नहीं रखते अथवा हमेशा छल-कपट से दूर रहते हैं. उनसे शनिदेव प्रसन्न रहते हैं और जो लोग बुरे कर्मों में लीन रहते हैं उन्हें कष्टों का सामना करना पड़ता है. ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों के कर्मों से शनिदेव नाराज हो जाते हैं उनका जीवन कष्टों से भर जाता है. वैसे तो ऐसे तमाम उपाय हैं जिनको अपनाकर शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है. लेकिन तांत्रिक ग्रथों में बताए गए उपायों को करने से कष्टों से छुटकारा मिलता है और रातों-रात किस्मत का बंद ताला भी खुल जाता है. तो चलिए जानते हैं शनिवार की शाम को किन उपायों को करने से किस्मत जाग उठती है.
चावल की पोटली
शनिवार की शाम (Evening Ritual) काले कपड़े में एक मुट्ठी चावल बांध लें और चावल की पोटली को शनिदेव के चरणों में रख दें. फिर सरसों के तेल का दीया जलाएं औरपोटली को चरणों से उठाकर बहती नदी में बहा दें. ऐसा करने से आपको अपने दुखों से छुटकारा मिलेगा. मगर उपाय के बारे में किसी को ना बताएं और ना ही किसी से इस बारे में कोई बातचीत करें.
सरसों का तेल
शनिवार के दिन शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि सरसों का तेल अर्पित करने से शनिदोष से मुक्ति मिलती है. शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय मंदिर में स्थित पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं.पर ध्यान रहे कि इस दौरान किसी से कोई बात नहीं करें और दीपक जलाकर सीधा घर आ जाएं. इस उपाय को करने से आपको परेशानियों से छुटकारा मिलने लगेगा और घर धन-धान्य से भरने लगेगा. साथ ही शनि और राहु का बुरा प्रभाव भी कम होगा.
हनुमान चालीसा
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी की पूजा करने का विधान है. दरअसल, शनिदेव हनुमानजी को अपना गुरु मानते हैं.इसलिए शनिवार के दिन हनुमान जी के समक्ष देसी घी का दीया जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें. साथ ही बजरंगबली के समक्ष प्रसाद चढ़ाएं. इस उपाय को करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं.