राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने विपक्ष पर बड़ा हमला बोला है। शनिवार को यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि सपा के सर्वेसर्वा और कांग्रेस की महासचिव से मेरा यह सवाल है कि क्या ये लोग सिर्फ टि्वटर पर ही वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों के लिए घड़ियाली आंसू बहाएंगे ? वह भी तब जब योगी सरकार अपने स्तर से हालात पर काबू करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है।
आप दोनों के ट्वीटर पर जार-जार रोए जाने के पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद फिरोजाबाद हो आए। सीएमओ सहित कुछ लापरवाह चिकित्सकों के प्रति एक्शन भी लिया जा चुका है। हालात पर नजर रखने के लिए हर जिले में शासन के वरिष्ठ अधिकारी डेरा डाल चुके हैं।
मुख्यमंत्री का साफ निर्देश है कि वायरल बुखार सहित डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों का सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क इलाज होगा। इन रोगों की रोकथाम के लिए जागरूकता के साथ सफाई और फॉगिंग का पूरे प्रदेश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। यह सारी चीजें इन दोनों लोगों को क्यों नहीं दिखती।
अखिलेश ने एक पिता के दर्द का बयां करते हुए जो फोटो ट्वीट किया है उसके जवाब में सिद्धार्थनाथ ने कहा कि पिता के दर्द को लेकर आप कुछ न कहें तो अच्छा है।
मालूम हो कि फोरोजबाद और पश्चिम के कुछ जिलों में वायरल बुखार के प्रकोप से पीड़ित बच्चों को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। इन दोनों ने ट्वीटर पर जो सवाल उठाए हैं उनके जवाब में सिद्धार्थनाथ ने उक्त बातें कहीं।
कोरोना के दौरान ये लोग कितने बार जनता से मिलने गए
सिद्धार्थनाथ सिंह ने यह भी कहा कि इन दोनों नेताओं का काम सिर्फ बेवजह गाल बजाना है। इन दोनों को यह भी बताना चाहिए कि वैश्विक महामारी कोरोना की दोनों लहरों के दौरान ये कितनी बार जनता के आंसू पोछने के लिए अपने महल से बाहर निकले। रही बात योगी की तो कोरोना के संकट के दौरान ही नहीं हर संकट में वह जनता के बीच ग्राउंड जीरो पर रहे।
पिछले दो दिनों से भी वह पूर्वांचल के कुछ जिलों में बाढ़ के मद्देनजर ग्राउंड जीरो पर ही हैं। यह सारी चीजें आपको भले न दिखें, जनता देख रही है। समय आने पर पहले की तरह जवाब भी देगी।