लीबिया (Libya) में रोटी और बिजली की मांग को लेकर हालात बेकाबू हो गए हैं। हिंसक भीड़ ने संसद में आग लगा दी है। लीबिया के लिए संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने देश के पूर्व में स्थित संसद के मुख्यालय (the headquarters) पर प्रदर्शनकारियों के हमले की निंदा की है।
लीबिया में पिछले दिनों कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। सैकड़ों प्रदर्शनकारियों (protesters) ने राजधानी त्रिपोली और लीबिया के अन्य शहरों की सड़कों पर जुलूस निकाला, जिसमें कई लोगों ने पूर्वी शहर टोब्रुक में प्रतिनिधि सभा (संसद) सहित सरकारी इमारतों (government buildings) पर हमला किया और आग लगा दी।
लीबिया पर संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की विशेष सलाहकार स्टेफनी विलियम्स ने ट्विटर पर कहा, ‘शांतिपूर्वक विरोध करने के लोगों के अधिकार का सम्मान और संरक्षण किया जाना चाहिए, लेकिन दंगों और कल देर रात टोब्रुक में प्रतिनिधि सभा मुख्यालय पर हमला करना पूरी तरह से अस्वीकार्य है।’ संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने एक जुलाई को लीबिया के त्रिपोली, टोब्रुक और बेनगाजी सहित कई शहरों में हुए प्रदर्शनों को लेकर चिंता जताई।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सभी प्रदर्शनकारियों से हिंसा से बचने और सुरक्षा बलों से अत्यधिक संयम बरतने का आह्वान किया। दुजारिक ने लीबिया के सभी लोगों से निरंतर राजनीतिक गतिरोध को दूर करने के लिए एक साथ आने का आग्रह किया।