5 अगस्त के दिन राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमि पूजन (Bhumi Pujan) का मुहूर्त निकला था. जिसका इंतजार देश की पूरी जनता कई सालों से कर रही थी. दो दिन पहले ये तारीख भी आई और भूमि पूजन संपन्न होने के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के हाथों राम मंदिर की आधारशिला भी रखवाई गई. जिसकी खुशी में लोगों ने अपने घरों में दीपक जलाकर उत्सव मनाया. लेकिन भूमि पूजन से पहले ही मुस्लिम पर्लनल लॉ बोर्ड और ओवैसी जैसे कई बड़े नेता अचानक से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले पर सवाल उठाने लगे थे, और राम मंदिर पर विवादित बयान दे रहे थे. इन बयानों का सिलसिला भूमि पूजन के बाद भी जारी है. कोई राम मंदिर को तोड़कर फिर से मस्जिद बनाने की बात कर रहा है तो कोई ये कह रहा है कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से ये फैसला जबरन करवाया है. इस तरह के सवाल वाकई हैरान कर देने वाले हैं.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले की दुहाई देने वाले ओवैसी (Owaisi) जैसे लोग ही इस पर हावी होते हुए नजर आ रहे हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने भी अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमि पूजन को लेकर विवादित बयान (Controversial Statement) दिया है. दरअसल गुरूवार को बयान देते हुए शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि बाबरी मस्जिद है, थी और हमेशा रहेगी.
मोदी सरकार ने ताकत इस्तेमाल कर कोर्ट से करवाया फैसला
सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क यहीं नहीं चुप रहे. उन्होंने आगे बयान देते हुए सीधा मोदी सरकार (Modi Government) पर आरोप मढ़ दिया. उनका कहना है कि बीजेपी सरकार ने अपने ताकत का इस्तेमाल करते हुए कोर्ट से ये फैसला कराया और संगेबुनियाद रख दी. जो की कानूनन न्याय नहीं है. बल्कि ऐसा फैसला करके हमारे साथ बड़ी नाइंसाफी की गई है. यहां तक कि जनाब ने तो ये भी कह डाला कि संगेबुनियाद रखना सेक्युलरिज्म और जम्हूरियत का कत्ल करना है. आगे सांसद साहब ने ये भी कहा कि अभी तक हमने इस मामले में सब्र से ही काम लिया है, और आज भी हम अल्लाह पर विश्वास करते हुए ये उम्मीद करते हैं कि इंशाल्लाह ये जगह हमेशा से ही मस्जिद थी, मस्जिद है और मस्जिद रहेगी. इस बात को मिटाया नहीं जा सकता है.
इसके अलावा बयान में शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि एक बार जिस जगह मस्जिद को बना दिया जाता है फिर वो जमीन हमेशा कि लिए मस्जिद का हिस्सा बन जाती है. जो इस्लाम का कानून है. इसलिए मुसलमान समाज को इस बात से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है. साथ ही इस देश के मुसलमान ये समझ जाएं कि हम किसी भी इंसान के रहमोकरम पर जिंदा नहीं हैं बल्कि अल्लाह के रहमों करम से हैं. जैसे ही सपा सांसद का ये बयान आया, उसके बाद तो ये वीडियो सोशल मीडिया की चर्चाओं में आ गया. इस पर लोग जमकर कमेंट कर रहे हैं अपनी राय रख रहे हैं.