उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है. रामलला की मूर्ति जो मंदिर में भक्तों के दर्शन के लिए रखी जाएगी, उसके निर्माण के लिए नेपाल की गंडकी नदी के शालिग्राम पत्थर लाए जा रहे हैं.भारत में इन शिलाओं की जगह-जगह पूजा-अर्चना की जाएगी. इसके लिए हिंदू धर्म के संगठनों की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. ये पत्थर बिहार के गोपालगंज से होते हुए गोरखपुर पहुंचेंगे. इससे पहले जगदीशपुर द्वार पर इन पत्थरों की आज पूजा-अर्चना होगी.
बताया जा रहा है कि गोरखपुर रूट पर गौतम गुरुंग चौराहा, मोहद्दीपुर चौराहा, विश्वविद्यालय चौराहा, यातायात चौराहा, धर्मशाला बाजार और गोरखनाथ मंदिर ओवरब्रिज के पास विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं एवं अन्य धार्मिक संगठनों द्वारा इन पत्थरों की पूजा-अर्चना कर स्वागत होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगभग 2 बजे गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर पहुंचेंगे.सीएम योगी कल सुबह मंदिर से यात्रा को रवाना करेंगे. कल यात्रा गोरखपुर, संतकबीर नगर और बस्ती होते हुए अयोध्या पहुंचेगी.
पत्थरों का वजन 40 टन है
इन पत्थरों का वजन 40 टन है. इससे पहले इन पत्थरों कीजनकपुर के मुख्य मंदिर में पूजा की गई है. इन पत्थरों पर उकेरी गई भगवान राम की बाल रूप की मूर्ति को राम मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा, जो अगले साल जनवरी में मकर संक्रांति तक बनकर तैयार हो जाएगा. नेपाल के मुस्तांग जिले में गंडकी नदी में पाए गए पत्थर छह करोड़ वर्ष पुराने चट्टान के टुकड़े हैं.