क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में हैट्रिक लेना अपने आप में एक जादुई प्रदर्शन है. आखिर विपक्षी टीम के तीन बल्लेबाजों को लगातार तीन गेंद पर पवेलियन भेजना किसी भी तरीके से आसान काम तो नहीं है. लेकिन अगर कोई गेंदबाज तीन की जगह चार लगातार गेंदों पर विकेट ले तो उसे करिश्मा ही कहा जाना चाहिए. लेकिन सोचिए अगर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कोई गेंदबाज लगातार चार गेंदों पर चार विकेट लेने का कारनामा दो बार कर दे तो? …तो उसे कहा जाएगा बॉब क्रिस्प (Bob Crisp). जी हां, यही नाम है ऐसा हैरतअंगेज प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज का. साउथ अफ्रीका के बॉब क्रिस्प ही दुनिया के इकलौते गेंदबाज हैं, जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगातार चार गेंदों पर चार विकेट लेने का कारनाम दो बार अंजाम दिया है.
आज बॉब क्रिस्प की बात इसलिए हो रही है क्योंकि उन्होंने अपने करियर में दूसरी पार चार लगातार गेंदों पर चार विकेट लेने का करिश्मा आज ही के दिन यानी 3 मार्च 1934 को अंजाम दिया था. बॉब क्रिस्प वेस्टर्न प्रोविंस के लिए खेलते थे. उन्होंने आज ही के दिन डरबन में खेले मुकाबले में नटाल के खिलाफ चार गेंदों पर चार विकेट लेने का कारनामा अंजाम दिया था. इससे दो साल पहले ही उन्होंने ग्रिकुआलैंड के खिलाफ पहली बार लगातार चार गेंदों पर चार विकेट हासिल किए थे.
भारत में हुआ बॉब क्रिस्प का जन्म
यूं तो बॉब का जन्म ब्रिटिश राज में कलकत्ता में हुआ था. तारीख थी 28 मई 1911 की. लेकिन उन्होंने क्रिकेट का सफर शुरू किया साउथ अफ्रीका के साथ. इस देश के लिए क्रिस्प ने 9 टेस्ट मैच खेले. उन्होंने अपना डेब्यू 15 जून 1935 को नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ खेले मुकाबले से किया. उनका आखिरी टेस्ट 28 फरवरी 1936 से डरबन में शुरू हुआ जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला. साउथ अफ्रीका के लिए खेले 9 टेस्ट में क्रिस्प ने 20 विकेट लिए. पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 99 रन देकर 5 विकेट का रहा. इसके अलावा उन्होंने जो 62 फर्स्ट क्लास मैच खेले, उनमें क्रिस्प ने 276 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई. इस दौरान 64 रन देकर नौ विकेट के तौर पर उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज हुआ. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में क्रिस्प ने 21 बार पारी में पांच विकेट लिए और 4 बार मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा अंजाम दिया.