फिर पलटे पलटू चाचा
पहले कभी राजद के साथ दगा कर बीजेपी का दामन थाने वाले पलटू चाचा अब फिर अपने उस बयान से पलट गए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह मेरा आखिरी चुनाव है। उन्होंने पूर्णिया की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए स्पष्ट शब्दों म कह दिया था कि यह मेरा आखिरी चुनाव है। इसके बाद वे सियासत से दूरी बना लेंगे, लेकिन अब एनडीए बिहार में अपना सियासी किला बचाने में सफल रहा है, तो लगातार सुशासन बाबू का मन बदल रहा है। मुख्यमत्री की कुर्सी उन्हें काफी प्यारी लग रही है, लिहाजा उन्होंने अब अपने उस बयान से पलटी मार ली। वे मुकर गए हैं। वे अब मानने को तैयार ही नहीं हो रहे हैं कि उन्होंने ऐसा भी कुछ कहा था बल्कि वो तो अब अपने पूर्व के बयान को लेकर सफाई पेश कर रहे हैं।
पेश कर रहे सफाई
सुशासन बाबू कह रहे हैं कि उनके बयान को गलत तरीके से समझा जा रहा है। वे कह रहे हैं कि उन्होंने कहा था कि अगर अंत भला तो सब भला। उन्होंने अब जनता की सेवा करने का मन बना लिया है। वे उनकी सेवा में लगे रहेंगे। वे कह रहे हैं कि उनके अंदर जब तक समार्थ्य है, तब तक जनता की सेवा करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने कभी रिटायरमेंट के बारे में नहीं कहा। मैं जनता की सेवा करता रहूंगा। वे लोगों से कह रहे हैं कि अगर आप मेरा आखिरी भाषण सुनेंगे तो सब स्पष्ट हो जाएगा।
क्या कहा था उन्होंने
यहां पर हम आपको बताते चले कि उन्होंने पूर्णिया की रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अंत भला तो सब भला है। यह मेरा आखिरी चुनाव है। उधर जब उनसे मुख्यमंत्री के पद को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस पर मुझे कुछ नहीं कहना है। राजग का जो भी फैसला होगा। वो मुझे स्वीकार होगा।