मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली सहित अन्य त्योहारों, पंचायत चुनाव और देश के विभिन्न राज्यों में कोविड संक्रमण बढ़ने के मद्देनज़र प्रदेश में विशेष सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय और निजी विद्यालयों में 24 से 31 मार्च तक होली का अवकाश रखा जाए। बाकी शिक्षण संस्थानों में जहां परीक्षाएं आयोजित नहीं हो रही हैं वहां 25 से 31 मार्च तक छुट्टी रहेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव व उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करते हुए संक्रमण की स्थिति को रोकने के सभी उपाय सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने आवास पर कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए उच्च स्तरीय बैठक की।
ग्रामीण इलाके तैनात होंगे नोडल अधिकारी
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर और शहरों में वार्ड स्तर पर नोडल अधिकारी या कर्मचारी की तैनाती के निर्देश दिए हैं। ये नोडल अधिकारी उनके क्षेत्र में अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की जांच होना सुनिश्चित करेंगे। संदिग्ध रोगी पाए जाने पर उन्हें क्वारंटीन करने की व्यवस्था और आरटीपीसीआर जांच कराते हुए कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार कार्यवाही की जाए। प्रत्येक जनपद में एक-एक डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल की उपलब्धता सुनिश्चित रहे। आवश्यक मानव संसाधन और उपकरणों की व्यवस्था भी की जाए।
परीक्षाएं जारी रहेंगी, टीकाकरण होगा तेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन शिक्षण संस्थानों में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, उन्हें पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतः पालन करते हुए सम्पन्न कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य पूरी प्रतिबद्धता के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि वैक्सीन को खराब होने से हर हाल में रोका जाए। इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर में प्रतिदिन कोविड-19 सम्बन्धी समीक्षाएं अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाएं। ट्रेªनिंग इंस्टीट्यूट आदि में बाहरी आवागमन पर नियंत्रण हो। जेलों में कोविड के दृष्टिगत पर्याप्त सुरक्षा प्रबन्ध रहें। पेशी के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का माध्यम अपनाया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार सम्बन्धी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
त्योहारों पर रोक नहीं लेकिन कई पाबंदियां
- मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व और त्योहारों पर कोई रोक नहीं है लेकिन कोविड संक्रमण को देखते हुए लोगों को जागरूक किया जाए।
- बिना स्थानीय प्रशासन की पूर्वानुमति के कोई भी जुलूस तथा कार्यक्रम या सार्वजनिक समारोह आयोजित न किए जाएं।
- इन आयोजनों में हाई रिस्क कैटेगरी जैसे 10 वर्ष की उम्र से कम के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक के वृद्धजन और एक से अधिक गम्भीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों आदि को शामिल होने से बचाया जाए।
- इन आयोजनों में सुनिश्चित किया जाए कि कोविड प्रोटोकॉल, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पूर्णतः पालन हो।