कोरोना वायरस की महामारी कहर बरपा रही है. शादी-विवाह का सीजन चल रहा ऐसे में कोरोना का असर शादियों पर भी पड़ रहा है. यूपी के हमीरपुर जिले में एक युवक की बारात निकलनी थी. सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं लेकिन ऐन वक्त पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे एम्बुलेंस से क्वारनटीन सेंटर पहुंचा दिया. उसकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जानकारी के मुताबिक हमीरपुर जिले के मौदहा विकासखंड के सिसोलर थाना क्षेत्र अंदर बक्छा गांव निवासी जंग बहादुर सिंह के बेटे धर्मेंद्र की 24 मई को शादी होनी थी. धर्मेंद्र की बारात महोबा के असगहा (तमौरा) गांव जानी थी. बारात की तैयारियां चल भी रही थीं. घर में रिश्तेदारों का जमावड़ा लगा था. परिवार और पड़ोस, रिश्तेदारी की महिलाएं शादी के रस्मों रिवाज में व्यस्त थीं.
बारात निकलने की तैयारियों के बीच किसी ग्रामीण ने दूल्हे के कोरोना संक्रमित होने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे दी. सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला एक्टिव मोड में आ गया. मौदहा एसडीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम आनन-फानन में सिसोलर थाने की पुलिस के साथ बक्छा गांव पहुंच गई. गांव पहुंची टीम ने दूल्हे के घर पर चल रहे शादी के सभी कार्यक्रम स्थगित करा दिए और संक्रमित दूल्हे को एम्बुलेंस से सुमेरपुर स्थित क्वारनटीन सेंटर भिजवा दिया.
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने साथ ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए सभी लोगों की कोरोना जांच करा आइसोलेट करने के निर्देश भी दिए. दूसरी तरफ, दुल्हन पक्ष के लोग भी इसकी जानकारी होते ही परेशान हो उठे. वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए आए मेहमानों में भी असमंजस की स्थिति बन गई. दूल्हे के कोरोना संक्रमित होने के बारे में मौदहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर अनिल सचान ने बताया कि धर्मेंद्र ने 22 मई को यहां पर कोरोना टेस्ट कराया था.
डॉक्टर सचान के मुताबिक धर्मेंद्र की कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. कोरोना पॉजिटिव को कम से कम 10 दिन तक आइसोलेट रहना होता है. कोरोना पॉजिटिव का आइसोलेशन की अवधि में किसी से मिलना और कार्यक्रमों में जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. ऐसे में धर्मेंद्र सिंह का वैवाहिक कार्यक्रम रोकना शासन की मजबूरी है. बड़ी संख्या में लोगों को कोरोना संक्रमित होने से बचाने के लिए इस तरह की कार्रवाई जरूरी है.