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मोदी कैबिनेट ने वधावन डीप सी पोर्ट प्रोजेक्‍ट पर लगाई मुहर, इस फैसले से उद्धव ठाकरे की उड़ी नींद

लगातार तीसरी बार मोदी सरकार (Modi Government) बनने के बाद विकास के जुड़े कई प्रोजेक्‍ट को मंजूरी (Approval of project) दी जा चुकी है. बुधवार को भी मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) ने एक अहम प्रोजेक्‍ट पर अपनी मुहर लगाई. महाराष्‍ट्र (Maharashtra) के पालघर (palghar) में प्रस्‍तावित वधावन डीप सी पोर्ट प्रोजेक्‍ट (Wadhawan Deep Sea Port Project) को केंद्रीय कैबिनेट की अनुमति मिल गई है. अब 76,000 करोड़ रुपये की लागत से इसे विकिसित किया जाएगा. पोर्ट के बनने के बाद प्रत्‍यक्ष और अप्रत्‍यक्ष तौर पर रोजगार के 12 लाख अवसर क्र‍िएट होंगे. दिलचस्‍प बात यह है कि महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे लगातार इस पोर्ट प्रोजेक्‍ट का विरोध कर रहे थे, लेकिन मोदी कैबिनेट ने इस प्रोजेक्‍ट को हरी झंडी दिखा दी है. डेवलपमेंट प्रोजेक्‍ट का विरोध करने वाले उद्धव ठाकरे को अब आज की रात चैन की नींद नहीं आएगी.

दरअसल, मार्च 2024 में शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने स्‍थानीय मछुआरों के विरोध का हवाला देते हुए वधावन पोर्ट को रद्द करने की कसम खाई थी. उन्‍होंने एक रैली को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा था कि वधावन परियोजना पर पहले जब साल 1995-99 के दौरान (जब शिवसेना-बीजेपी सत्‍ता में थी) विचार किया गया था. फिर बाद में उस प्रोजेक्‍ट को रद्द कर दिया गया था. उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उन्‍होंने निजी रूप से इस क्षेत्र का दौरा किया था और 90 के दशक के अंत में ग्रामीणों और मछुआरों से बातचीत की थी.

उद्धव ठाकरे का वह दावा
उद्धव ठाकरे ने मार्च की रैली में कहा था कि अगर आप लोगों (स्‍थानीय ग्रामीण और मछुआरे) की चिंताओं को ध्‍यान में रखे बिना वधावन पोर्ट प्रोजेक्‍ट को आगे बढ़ाया गया तो बढ़ाया जाए. हम इस सरकार पर लोगों का बुलडोजर चलाएंगे. उद्धव ठाकरे के वधावन पोर्ट प्रोजेक्‍ट को लेकर तेवर दिखाने के बावजूद पालघर से बीजेपी को जीत हासिल हुई. भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद हेमंत सावरा ने 16 जून को ही कहा था कि वधावन पोर्ट को लेकर तमाम तरह की बाधाओं को दूर किया जाएगा.

मोदी कैबिनेट का फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व वाले केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए बड़ा फैसला लेते हुए महाराष्ट्र के पालघर में वधावन पोर्ट को मंजूरी दे दी है. यह प्रोजेक्ट 76200 करोड़ रुपये का होगा. यहां कंटेनर की कैपेसिटी काफी ज्‍यादा होगी. इससे पोर्ट के आसपास के क्षेत्र में 12 लाख रोजगार का सृजन होगा. पोर्ट के आसपास रेलवे और हवाई अड्डे की शानदार कनेक्टिविटी होगी. ऐसे में इसे देश का बड़ा प्रोजेक्‍ट माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि यहां 9 कंटेनर टर्मिनल होंगे और मेगा कंटेनर पोर्ट होगा. इस पोर्ट का पहला फेज 2029 में पूरा होगा. दावा किया जा रहा है कि यह पोर्ट विश्व के टॉप 10 बंदरगाहों में होगा.