देश की राजनीतिक पार्टियों में से एक भाजपा ने महज 40 सालों में इतने कीर्तीमान स्थापित किए हैं, जिन्हें गिनवाया जाए जो सुबह से शाम हो सकती है। वहीं इन दिनों भारतीय जनता पार्टी की साख को लेकर विपक्ष ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति कर रही है। इसलिए वह लगातार मुस्लिम नेताओं को संसद में भेज रही है। दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पार्टी के उदारवादी मुस्लिम चेहरा माने जाते जफर इस्लाम हाल ही में राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं। वहीं जफर इस्लाम सातवें मुस्लिम नेता हैं, जो संसद पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि जफर इस्लाम को यह सीट सपा दिवंगत सांसद अमर सिंह के निधन के बाद उन्हें मिली है, हालांकि उनका कार्यकाल सिर्फ 2022 तक ही रहेगा।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा मुस्लिम वोटबैंक में सेध लगा रही है, इतना ही नहीं चुनाव से पहले भाजपा ने अपने पासे फेंकना भी शुरू कर दिए हैं। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी अब तक सात मुस्लिम नेताओं को राज्यसभा भेज चुकी है। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा अपने हिंदुत्व के चेहरे को बदलना चाहती है। लेकिन विपक्षी दल भाजपा पर लगातार निशाना साधे हुए हैं। भाजपा का कहना है कि वह समाज के सभी वर्गों की पार्टी है। लेकिन विपक्ष इसे सिर्फ मुस्लिम वोट बैंक की नजर से देख रहा है।
वहीं राजनीतिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है, इसलिए भाजपा ने अपना मुस्लिम कार्ड खेलना शुरू कर दिया है। भाजपा इसके जरिए मुस्लिम वर्ग को संदेश देना चाहती है कि उसके लिए सभी बराबर है। असल में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद उदार माने जाने वाले मुस्लिम वर्ग का भाजपा की तरफ झुकाव बड़ा है। वहीं केन्द्र सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को सामाजिक न्याय दिलाया है और तीन तलाक पर कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को राहत दी है। जिसके बाद मुस्लिम महिलाओं का वोट शेयर बीजेपी की तरफ बढ़ा है।
मालूम हो कि मोदी सरकार अब तक सात मुस्लिम नेताओं को राज्यसभा भेज चुकी हैं, जिनमें हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम का नाम भी जुड़ा है। इससे पहले मुख्तार अब्बास नकबी, एमजे अकबर को भाजपा राज्यसभा में भेज चुकी है। इसके साथ ही भाजपा में शहनवाज हुसैन लोकसभा में सांसद हैं तो सिकंदर बख्त राज्यसभा में सांसद रह चुके है तो नजमा हेपतुल्ला भी भाजपा की मुस्लिम सांसद रह चुकी हैं।