सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को होगा। उनकी पार्थिव देह को इटावा में सैफई में मेला मेले ग्राउंड रखा गया है। नेता जी के अंतिम दर्शन के लिए यहां जनसैलाब उमड़ा है। परिवार के सभी लोगों ने नम आंखों से नेताजी को विदाई दी। मेला ग्राउंड में उनके दर्शन के लिए दिग्गजों और समर्थकों का जमावड़ा है। सैफई में मंगलवार दोपहर तीन बजे नेताजी के अंतिम संस्कार को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह को उनके आवास से रथ पर सैफई महोत्सव पंडाल ले जाया गया। इस दौरान सड़क के दोनों ओर लोगों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा नेताजी का नाम रहेगा’ के नारे लगाए।
भारी भीड़ और गगनभेदी नारों के बीच रथ यात्रा सैफई पंडाल पहुंची। यहां पर महोत्सव मंच पर उनके पार्थिव शरीर को रखा गया है। अंतिम दर्शन के लिए लोग यहां पर आएंगे और अपने नेता के दर्शन करके आगे बढ़ते जाएंगे। रथ पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव, शिवपाल यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव भी साथ में थे। नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए देशभर से नेता और उनके प्रशंसक सैफई पहुंच रहे हैं। हवाई पट्टी पर वीवीआईपी के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इटावा, औरैया, मैनपुरी समेत कई जिलों का पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, वायुसेना के जवानों ने हवाई पट्टी की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली है।
मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार चंदन की लकड़ियों से होगा इसके साथ ही उन्हें कन्नौज के फूलों से श्रद्धांजलि दी जाएगी। इत्र नगरी कन्नौज से लकड़ियों और फूलों की खेप लेकर सपा नेता सैफई पहुंच गए हैं। तिर्वा निवासी समाजवादी व्यापार सभा के पूर्व प्रदेश कोषाध्यक्ष अंशुल गुप्ता ने बताया कि उनके पास सैफई से फोन आया था। इसपर उन्होंने डेढ़ कुंतल चंदन की लकड़ियों का इंतजाम किया है। चंदन और फूलों की खेप के साथ वह सोमवार रात से सैफई में डटे हैं। अंशुल का कहना है कि नेताजी का कन्नौज से दिल का रिश्ता है। इसलिए कन्नौज से भी काफी लोग अपने मुलायम के अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। कांग्रेस की तरफ से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसके साथ ही देश के अनेक बड़े राजनीतिक, कई राज्यों के मुख्यमंत्री तथा देश के अन्य बड़े नेता भी उनका अंतिम दर्शन करेंगे।