आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्ताम में महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच गया है. अब गरीब लोगों को पेट भरना मुश्किल हो गया है. आटे के एक पैकेट के लिए पाकिस्तान की जनता आपस में मारपीट कर रही है. महंगाई का आलम यह है कि लोग सब्जी भी नहीं खरीद पा रहे हैं. दरअसल, गेहूं, आटा, चीनी, चावल, हरी सब्जी और प्याज सहित खाने- पीने की हर सीज महंगी हो गई है. यहां तक कि सरकार के गोदाम भी खाली हो गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान आर्थिक संकट के साथ- साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी से जूझ रहा है. ऐसे में पड़ोसी मुल्क अपनी आंतरिक कमी को पूरा करने के लिए गेहूं के आटे के आयात के लिए संघर्ष कर रहा है. चिकन के दाम पिछले महीने के 300 पाकिस्तानी रुपये से बढ़कर इस महीने करीब 700 पाकिस्तानी रुपये हो गए हैं. आधिकारिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके और ऊपर जाने की उम्मीद है.
घाटे को पूरा करने के लिए रूस से गेहूं का आयात कर रहा है
टाइम्स नाउ के मुताबिक, पाकिस्तान में महंगाई का आलम यह है कि पाकिस्तान पोल्ट्री एसोसिएशन और संघीय खाद्य सुरक्षा मंत्री तारिक बशीर चीमा को आम लोगों से चिकन कम खाने की अपनी करनी पड़ रही है.पाकिस्तान में मौजूदा गेहूं के आटे का संकट मुख्य रूप से पंजाब और सिंध सरकारों के गलत अनुमानों से शुरू हुआ है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुमान के मुताबिक, पाकिस्तान को अपनी तत्काल आंतरिक मांग को पूरा करने के लिए 4 लाख बोरी गेहूं की जरूरत है. कर्ज में डूबा देश घाटे को पूरा करने के लिए रूस से गेहूं का आयात कर रहा है.
जनवरी 2023 में पाकिस्तान में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें इस प्रकार हैं-
प्याज- 215 रुपये किलो
चिकन- 700 रुपये किलो
गेहूं का आटा- 160 रुपये किलो
तेल- 488 रुपये किलो
चावल- 145 रुपये किलो
बीन्स- 158.95 रुपये किलो
टमाटर- 122 रुपये किलो
अंडे- 400 रुपये किलो
मटन- 1100 रुपये किलो
देसी घी- 1800-2500 रुपये किलो
गेहूं आयात करने से इनकार कर दिया था
वहीं, पाकिस्तान में मीरपुरखास भगदड़ में एक व्यक्ति की मौत की खबर है, जहां लोगों ने 65 रुपये किलो गेहूं बेच रहे एक ट्रक पर कूदने की कोशिश की थी. खैबर पख्तूनख्वा में गेहूं का आटा 3100 रुपये में 20 किलो बिक रहा था. जबकि भारत ने पिछले साल हिंद महासागर क्षेत्र के कई देशों को अतिरिक्त गेहूं का निर्यात किया था. पाकिस्तान ने राजनयिक मुद्दों के कारण भारत से गेहूं आयात करने से इनकार कर दिया था.