Breaking News

भारत की इस खतरनाक मिसाइल का सफल परीक्षण, खौफ में आया ड्रैगन, जानें क्या है वजह

ऐसे दौर में जब भारत और चीन के बीच विवाद अपने चरम पर है तो भारत अपनी हर उस कोशिश को मुकम्मल कर लेना चाहता है, जिससे की ड्रैगन को कड़ा से कड़ा सबक सिखाए जाए। इस कड़ी में अब भारत अंडमान निकोबर के द्वीप समूह के पास भारतीय सेना ने मंगलवार को ब्रहोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस मिसाइल के भारतीय सेना के बेडे़ में शामिल होने से भारत की मारक क्षमता में क्रांतिकारी इजाफा होगा। यह मिसाइल पल झपकते ही दुश्मन के नापाक इरादों को ध्वस्त करना का माद्दा अपने पास रखती है। पहले भी भारत चीन को मुंहतोड़ जवाब देता हुआ आया और अब इस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद भारत दोगुनी ताकत से दुश्मन देश को मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता अपने पास रखेगा।

जानें इस मिसाइल की खास बातें 
ब्रहोस के सफल परीक्षण के बाद अब इसकी मारक क्षमता 400 किमी हो गई। यह मिसाइल 4,300 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। इस मिलाइस की सबसे खास बात यह है कि जब तक दुश्मन देश अपना लावलश्कर तैयार करेगा उससे पहले ही यह उनका काम तमाम कर देगी। यकीनन.. इस मिलाइस के सफल परीक्षण होने के बाद अब भारत की मारक क्षमता में दोगुना इजाफा हुआ है। अब भारत दोगुनी ताकत से दु्श्मन देश को मुंहतोड़ जवाब देने का माद्दा रखेगा। ब्रहोस एक सुपरसेनिक क्रूज मिसाइल है।

ब्रहोस मिसाइल के कई एडिशन रह चुके हैं 
इससे पहले इस मिसाइल के कई एडिशन देखने को मिल चुके हैं। अभी इसका ताजा परीक्षण 290 किलोमीटर रेंज वाली ब्रह्मोस मिसाइल के होने हैं जो एक नॉन-न्‍यूक्लियर मिसाइल है। यह 2.8 की रफ्तार से उड़ान भरती है।  इसे सुखोई विमान ने लॉन्च किया है। यह मिसाइल एक वर्जन 450 किमी दूर तक वार कर सकता है।

कहीं से भी दुश्मन को कर देगा तबाह 
यहां पर हम आपको बताते चले कि ब्रहोस मिसाइल की सबसे खास बात यह है कि चाहे हवा, पानी, जमीन कुछ भी क्यों न हो। यह दुश्मन के नापाक इरादों को तबाह कर देगा।  यह 400 किमी दूर तक टारगेट कर सकता है। इसका सबसे पहले 2013 में टेस्ट हुआ है। इसे 40 से 50 किमी की गहराई से भी छोड़ा जा सकता है।  हवा में मिसाइल छोड़ने के लिए एसयू-30एमकेआई का खूब इस्‍तेमाल होता आया है। यह मिसाइल 5 मीटर तक की ऊंचाई पर उड़ सकती है। इस मिसाइल का इस्तेमाल दुश्मन को टारगेट करने के लिए किया जा सकता है।