देहरादून: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने शनिवार को देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री अकादमी के कैडेट्स को संबोधित करते हुए उनसे देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) को रोल मॉडल के तौर पर अपनाने को कहा. राष्ट्रपति कोविंद ने ये बातें आईएमए की पासिंग आउट परेड में कहीं. राष्ट्रपति ने जनरल बिपिन रावत को असाधारण सैन्य नेता बताते हुए कहा कि उनके निधन से जो क्षति हुई है, उसे कभी नहीं भरा जा सकता. अगर ये हादसा नहीं हुआ होते तो जनरल रावत आज पासिंग आउट परेड में हमारे साथ होते. राष्ट्रपति कोविंद के साथ ही जनरल रावत इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे.
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने देहरादून के आईएमए से ही ग्रेजुएशन किया था. उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था, जो अकादमी में सबसे अच्छे कैडेट को दिया जाने वाला सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार है. तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की जान चली गई थी. शनिवार को अंतिम पग भरते ही 319 नौजवान भारतीय सेना में शामिल हो गए. सबसे ज्यादा 45 नौजवान उत्तर प्रदेश से और 43 नौजवान उत्तराखंड के पास आउट हुए. साथ ही 68 कैडेट भी पास आउट हुए. कुल मिलाकर 387 कैडेट शनिवार को आईएमए देहरादून से पास हुए. राष्ट्रपति कोविंद ने पास आउट हुए नौजवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका प्रशिक्षण आपको हर चुनौतियों के लिए तैयार करता है. हमारा झंडा हमेशा ऊंचा रहेगा, क्योंकि दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत जैसे बहादुर नौजवान, जिन्हें आईएमए में प्रशिक्षित किया गया है, हमेशा इसके सम्मान की रक्षा करेंगे.