जब भी महादेव का पूजन किया जाता है तो उन्हें अर्पित की जाने वाली चीजों में बेलपत्र जरूर होती है.ठंडी प्रकृति की बेलपत्र शिव जी को अत्यंत प्रिय होती है. बेल पत्र हमेशा तीन पत्तियों के समूह में होती है, इसे ब्रह्मा, विष्णु और महेश का स्वरूप माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बेलपत्र सिर्फ महादेव को प्रसन्न करने के लिए ही नहीं होती बल्कि सेहत के लिहाज से भी इसके काफी फायदे हैं. दरअसल बेल की पत्तियों में औषधीय गुण पाए जाते हैं, ऐसे में इसका प्रयोग तमाम परेशानियों से निजात पाने के लिए किया जा सकता है.
आंखों की समस्या आंखों में लालामी, एलर्जी, दर्द वगैरह रहता है तो बेल की पत्तियों पर घी लगाकर आंखों की सिंकाई करें. फिर आंखों पर पट्रटी बांध लें. इससे काफी आराम मिलेगा. आपकी जिंदगी के कई राज खोलता है जानिए शरीर के किस हिस्से पर होना शुभ-अशुभ डायबिटीज में कारगर डायबिटीज के रोगियों को बेल की पत्तियों को पीसकर उसका रस निकालकर दिन में दो बार पीना चाहिए. कुछ समय बाद उन्हें उसका असर दिखने लगेगा. बुखार में राहत मिलेगी
बुखार होने पर एक गिलास पानी में बेल की पत्तियों को तोड़कर उबालें. पानी आधा रह जाने पर छानकर चाय की तरह चुस्की लेकर पिएं. काफी आराम मिलेगा. वहीं मुंह में छाले हो जाएं तो बेल की पत्तियों को पानी से धोने के बाद चबाएं, राहत मिलेगी. जोड़ों में दर्द सर्दियों में जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है तो बेलपत्र को गर्म करके दर्द वाली जगह पर बांधें. इससे कुछ दिनों में दर्द में राहत मिलने लगेगी. हृदय रोग और अस्थमा की समस्या हृदय रोगियों और अस्थमा के मरीजों के लिए बेलपत्र का काढ़ा काफी कारगर है.उन्हें नियमित रूप से सुबह और शाम को इसका सेवन करना चाहिए.