पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुए नरसंहार के बारे में बीजेपी ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और सत्तारूढ़ टीएमसी (TMC) पर बहुत से आरोप लगाए हैं. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोपों में बोला है कि इस मामले में जिसकी बर्बरता हुई है उसके बारे में सोचना भी मुश्किल है. संबित पात्रा ने इस बारे में कहा कि, ‘बीते एक हफ्ते में 26 राजनीतिक हत्याएं बंगाल में हुई हैं. ममता बनर्जी को इन्हें रोकना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बीरभूम में जहां निर्मम हत्याएं हुई हैं, वहां की महिलाएं कह रही थीं, कि घटना के बाद पुलिस नदारद थी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि प्रशासन को निर्देश मिला था कि पुलिस को वहां पहुंचने नहीं देना है. इसीलिए वहां एंबुलेंस तक नहीं पहुंचने दी गई.’
कही ऐसी बात
बीजेपी प्रवक्ता ने बोला है कि इस घटना पर पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट को सबके सामने लाया है और वो रिपोर्ट बताती है कि मारी गई महिलाओं और बच्चों को जलाने से पहले ही उन्हें बड़ी बर्बरता पूर्वक मारा-पीटा गया था. जो राजनीति बंगाल में बदले की ये हो रही है, इसके बहुत से पृष्ठ हैं. आज तक ममता बनर्जी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी (BJP) के करीब 200 कार्यकर्ताओं को मौत दे दी है.
पूरे देश को किया बेहाल
पात्रा ने बताया कि, ‘बंगाल के बीरभूम में जो हत्याएं हुई हैं, उसने पूरे हिंदुस्तान को झकझोर दिया है. बंगाल में जिस तरह से 6 महिलाओं और 2 बच्चों को जिंदा दिया गया, ये पूरे हिंदुस्तान के लिए चिंता का विषय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय को लेकर कल चिंता जाहिर की है. यहां तक कि कोलकाता हाई कोर्ट ने भी इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया था और आज ममता बनर्जी वहां पर खानापूर्ति करने गई हैं. जबकि आज पूरा देश इस पर चिंतित है.’
इसके आगे वो बोले कि , ‘बंगाल के कुछ नेता निर्मम हत्याओं पर चादर ढकने की कोशिश कर रहे हैं, वो कह रहे हैं कि शार्ट शर्किट हो गया है, सिलेंडर ब्लास्ट हो गया है. आज जब पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट सामने आई हैं उसमें साफ है कि महिलाओं और बच्चों को बर्बरतापूर्वक मारा-पीटा गया है. अब वो नेता कहां हैं? इतना सब होने के बावजूद सीएम ममता बनर्जी का बीरभूम जाना ठीक वैसा है जैसे 900 चूहे खाकर मानों ‘दीदी’ हज को गई हों.’